न्यामुद्दीन अली, अनूपपुर। मध्यप्रदेश के खाद्य मंत्री के गृह जिले में एक बार फिर ट्रांसपोर्टर और वेयर हाउस की लड़ाई के चलते 2 करोड 30 लाख का चावल खराब हो गया। गरीबों की थाली में पहुंचने वाला अनाज कीड़ों का निवाला बन गया और जिम्मेदार एक-दूसरे पर आरोप लगाकर खुद का बचाव कर रहे हैं।

अनूपपुर जिले के कोतमा विकासखंड अंतर्गत शुभ वेयर हाउस बिजुरी में वर्ष 2017-18 और 2018-19 में भंडारित सीएमआर चावल का समय पर उठाव नहीं किए जाने के कारण 4 स्टेक लगभग 6051क्विंटल चावल पूरी तरह से खराब हो चुका है। 4 स्टेक में से 2 स्टेक चावल जो कि खाने योग्य ही नहीं बचा है। जिस पर अब नागरिक आपूर्ति विभाग सड़े हुए चावल के अपग्रेडेशन करने की तैयारी में जुट गया है।

इस पूरे खेल में नागरिक आपूर्ति विभाग के केन्द्र प्रभारी की भूमिका संदिग्ध नजर आ रही है, जिन्होंने नियमानुसार चावल के उठाव में फीफो नियम का पालन नहीं किया। इस कारण हजारों क्विंटल चावल सड़ गया और काॅर्पोरेशन को एक बार फिर अनूपपुर जिले से करोड़ों रूपए की क्षति हुई है।

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केन्द्र प्रभारी और उस समय के ट्रांसपोर्टर के बीच की निजी लड़ाई ने शासन को करोड़ों रूपए का नुकसान पहुंचाया है। वहीं तत्कालीन वेयर हाउस कोतमा के शाखा प्रबंधक द्वारा भी गोदाम में भंडारित चावल की सुरक्षा मानको और बिना देखरेख के कारण पूरी तरह से सड़ चुका है, जो अब खाने योग्य ही नहीं बचा। मामला सामने आने से पहले नागरिक आपूर्ति विभाग अपनी कमियों को छिपाने के लिए सड़ा हुआ चावल को गरीबों की थाली में पहुंचाने की तैयारी में जुटा था।

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