न्यामुद्दीन अली, अनूपपुर। राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय अमरकंटक के कुछ प्रोफेसरों पर धर्मांतरण कराने के आरोप लगाए थे। बुधवार को यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रकाश मणि त्रिपाठी ने प्रियंक कानूनगो के आरोपों को चैलेंज देते कहा कि उनके पास कोई भी सबूत हो तो विश्वविद्यालय के सामने रखें। हम पुलिस को कहकर जांच कर कार्रवाई करेंगे।

IGNTU के प्रोफेसरों पर धर्मांतरण कराने का आरोप! NCPCR के अध्यक्ष ने कहा- कुछ प्रोफेसरों की मिली है शिकायत, जांच के बाद लेंगे एक्शन

दरअसल, 26 मई को राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने अनूपपुर जिले के अमरकंटक में सर्किट हाउस सभागार में शिविर लगाकर बाल अधिकारों के हनन व संरक्षण के संबंध में शिकायत की सुनवाई की थी। इस दौरान प्रियंक ने पत्रकारों से बात करते हुए विश्वविद्यालय के प्रोफेसरों पर गंभीर आरोप लगाए थे। उन्होंने कहा था कि भ्रमण के दौरान नाम ना बताने के शर्त पर कुछ लोगों ने धर्मांतरण की शिकायत की है। इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय के कुछ प्रोफेसरों द्वारा इस प्रकार की गतिविधियों में शामिल होने की शिकायत मिली है। जिन पर जांच करेंगे।

द दमोह स्टोरी ! स्कूल में हिन्दू लड़कियों को पहनाया जा रहा हिजाब, फोटो वायरल, बीजेपी ने जताई आपत्ति, राष्ट्रीय बाल आयोग ने लिया संज्ञान, गृहमंत्री ने दिए जांच के निर्देश

कुलपति ने कहा हिम्मत है तो नाम बताइए
प्रियंक कानूनगो के आरोपों पर बुधवार को विश्वविद्यालय के कुलपति प्रकाश मणि त्रिपाठी ने कहा कि पहले भी एक लड़के के द्वारा धर्मांतरण आरोप लगाए गए थे। उसकी जांच हुई उसमें कितनी सत्यता है। यह सब आपके सामने है। धर्मांतरण कौन कराता है एक विशेष समुदाय। आरोप किस पर लग रहे हैं। प्रोफेसर पर.. आप हिम्मत करके नाम बताइए। विश्वविद्यालय धर्मांतरण नहीं करता। कुलपति ने कहा कि जो आरोप लगे प्रमाण के साथ लगे। विश्वविद्यालय को इसकी जानकारी होनी चाहिए। जानकारी होगी तो यूनिवर्सिटी अवश्य जांच कर कार्रवाई करेगी।

चुनावी साल में बयानबाजी तेज: VD शर्मा ने कमलनाथ को कमीशनखोर और दिग्विजय को बताया ‘देशद्रोही’

Read more- Health Ministry Deploys an Expert Team to Kerala to Take Stock of Zika Virus