न्यामुद्दीन अली, अनूपपुर। मध्य प्रदेश में भ्रष्टाचार के मामले में जीरो टॉलरेंस की नीति को अधिकारी-कर्मचारी किस तरह धता बता रहे हैं, इसकी बानगी अनूपपुर जिले (Anuppur District) के कोतमा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में देखने को मिली है। यहां डिलीवरी के बाद जब परिजनों ने नवजात शिशु को मांगा तो नर्सों ने बच्चा देने के बदले दो हजार रुपए की मांग की। जिसका वीडियो वायरल होने के बाद हड़कंप मच गया। बीएमओ ने दोनों नर्सों को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।

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एक ओर जहां सरकार मुफ्त और अच्छी स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने का हर संभव प्रयास कर रही है तो वहीं दूसरी ओर अस्पताल में नर्स डिलीवरी के नाम पर लोगों से पैसों की मांग कर रहे हैं। ऐसा ही मामला अनूपपुर जिले के कोतमा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कोतमा से सामने आया है। डुंगरिया गांव की रहने वाली सुषमा सिंह नामक महिला को प्रसव पीड़ा होने पर बुधवार को कोतमा अस्पताल लाया गया, जहां प्रसूता ने एक बच्चे को जन्म दिया। प्रसव के बाद जब परिजनों ने बच्चे को मांगा तो ड्यूटी में तैनात दो नर्सों ने परिजनों से 2 हजार रुपये की मांग की। नर्सों ने कहा कि पहले पैसा दो, फिर बच्चा देंगे, जिससे वहां मौजूद अज्ञात शख्स ने उनकी करतूत को कैमरे में कैद कर लिया, जो अब सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है।

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BMO ने थमाया नोटिस

वहीं इस मामले की शिकायत परिजनों ने कोतमा नगर पालिका अध्यक्ष से की, जिसके बाद नगर पालिका अध्यक्ष ने मामले की शिकायत बीएमओ से की। वहीं बीएमओ ने मामले में संज्ञान लेते हुए दोनों नर्सों को नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा है।

अक्सर विवादों में रहता है कोतमा अस्पताल

बता दे कि कोतमा सामुदायिक स्वस्थ्य केंद्र में नर्सों द्वारा पैसा मांगने का यह कोई पहला मामला नहीं है। पहले भी इस तरह कई मामले सामने आ चुके हैं। लेकिन प्रमाण नहीं होने और राजनीतिक रसूख के आगे इन नर्सों पर कोई कार्रवाई नहीं होती है। अब देखना होगा कि इस बार इनके खिलाफ क्या कार्रवाई होती है या फिर उनके रसूख के सामने प्रशासन बौना साबित होगा ?

सीएमएचओ ने कहा

वहीं इस पूरे मामले में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ एससी राय का कहना है कि मामला मेरे संज्ञान में आया है। जांच के लिए 4 सदस्यीय टीम बनाई गई है, जो 3 दिवस के अंदर अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। इसके बाद जो भी दोषी पाया जाएगा उस पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।

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