मुकेश मिश्रा,अशोकनगर। जिले के मुंगावली के सिविल अस्पताल में पदस्थ डॉक्टर योगेंद्र सिंह और उनकी पत्नी डॉक्टर नीलिमा सिंह ने सरकारी आवास खाली कर दिया है. लेकिन डॉक्टर दंपत्ति ने आवास खाली करने को लेकर पीएचई राज्यमंत्री बृजेंद्र सिंह यादव पर दबाव बनाने का आरोप लगाया है.

डॉक्टर दंपत्ति का कहना है कि अस्पताल परिषर में बने आवास के अंदर 7 कमरे थे. जिनमें मेरा सामान रखा था. जिस कारण किराए से इतना बड़ा मकान नहीं मिल पाया. मुंगावली से 5 किलोमीटर दूर हनुमान मंदिर पर सामान रख सारी व्यवस्थाएं वही से जुटानी पड़ रही है. ऐसे सर्दी के मौसम में दो छोटी बिटिया भी हमारे साथ मंदिर में रह रही हैं.

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डॉक्टर दंपत्ति ने सीएम शिवराज सिंह और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से भी अस्पताल परिसर में ही आवास दिलाए जाने की गुहार लगाई है. डॉक्टर दंपति का कहना है कि अस्पताल में इमरजेंसी मरीज आने के दौरान परिसर में रहने से तुरंत गंभीर मरीज को तत्काल उपचार दिया जा सकता है, जबकि बाहर से आने में समय लगता है. जिससे मरीज के साथ भी दुर्घटना घटित हो सकती है.

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बता दें कि सिविल अस्पताल में नवीन निर्माण कार्य होना है. जिसके चलते पुराने आवासों को तोड़कर नया निर्माण कार्य होना है. जिसके चलते हाल ही में कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में हुई बैठक के दौरान मंत्री बृजेंद्र सिंह यादव ने मकान खाली कराने को लेकर मुंगावली एसडीएम राहुल गुप्ता से भी सवाल खड़े किए थे. जिसके चलते डॉक्टर योगेंद्र सिंह और डॉक्टर नीलिमा सिंह से आवास खाली करवा लिया गया है.

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