राकेश चतुर्वेदी,भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र के तीसरा दिन की कार्यवाही शुरू हो गई है. मप्र में पांच साल में कितना चावल और गेहूं खराब हुआ सरकार को पता ही नहीं है. गरीबों को बांटे गए खराब चावल के मामले में क्या काईवाई की गई. ये भी खाद्य मंत्री को नहीं पता है. मंत्री ने लिखित में एक लाइन में जवाब दिया कि जानकारी एकत्रित की जा रही है. कांग्रेस विधायक कुणाल चौधरी ने सवाल पूछा था.

मंत्री माफियाओं के साथ दलाली कर रहे

विधानसभा में कांग्रेस विधायक कुणाल चौधरी ने सवाल पूछा था कि पांच साल में कितना गेहूं और चावल खराब हुआ है. खराब गेंहू चावल किस फर्म को कितने में बेचा गया. खराब गुणवत्ता चावल देने वाले चावल मिलर्स पर क्या कार्रवाई हुई. कुणाल चौधरी ने कहा कि विभागीय मंत्री माफियाओं के साथ दलाल के रूप में काम कर रहे हैं.

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सरकार को आकाशीय बिजली की भी जानकारी नहीं

आकाशीय बिजली क्यों गिरती है और इससे कैसे बच सकते हैं सरकार को पता ही नहीं है. सरकार इसकी कोई जानकारी नहीं रखती है. बीजेपी विधायक यशपाल सिंह सिसौदिया के सवाल पर राजस्व मंत्री गोविंद सिंह ने जवाब दिया है. राजस्व मंत्री गोविंद सिंह ने कहा कि ये विभाग से सम्बंधित मामला नहीं है.

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सरकार जनजागरूकता अभियान चलाए

सदन में विधायक सिसौदिया ने मांग की है कि सरकार जनजागरूकता अभियान चलाए. बिजली क्यों और कब गिरती है. इस सम्बंध में लोगों को जागरूक किया जाए. बीते तीन साल में आकाशीय बिजली गिरने से 1111 मौतें हुई हैं. मृतकों के परिजन को 44 करोड़ 44 लाख का मुआवजा मिला है. अगस्त 2021 में सवाल लगाया था.

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