शिखिल ब्यौहार, भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा शीतकालीन सत्र की कार्यवाही जारी है। सदन में चौथे दिन किसानों का मुद्दा उठाया गया। इसे लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष में जमकर बहस हुई। नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा कि किसानों के महत्वपूर्ण विषय पर चर्चा हो रही है और न तो मुख्यमंत्री हैं न ही कृषि मंत्री। सरकार किसानों का अपमान कर रही है। वहीं सत्ता पक्ष ने विपक्ष को मुद्दा विहीन बताया हैं।

पूर्व कृषि मंत्री बोले- किसानों को नहीं मिल रहा न्याय

पूर्व कृषि मंत्री और कांग्रेस विधायक सचिन यादव ने कहा कि देश का किसान दिल्ली बॉर्डर पर डटा हुआ है, न्याय नहीं मिल रहा है। किसानों की आय दोगुनी, खेती को लाभ का धंधा जैसे नारे कई सालों से सुन रहे हैं। किसान कल्याण की बातों पर तब तक खरे नहीं उतर पाएंगे जब तक सरकार नींद नहीं खुलेगी। खाद की समस्या बेहद विकराल है, बड़े स्तर पर नकली खाद, नकली दवाई दी जा रही है। किसान को दो-दो बोरी दी जा रही है और उसकी खेती 50 एकड़ है। जबरन नैनो खाद पकड़ाई जा रही है। किसान गिड़गिड़ा रहा है, सत्ता पक्ष और उनके लोगों का संरक्षण है।

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खाद की कमी के लिए यूक्रेन युद्ध, बाला बच्चन ने कहा- गुमराह न करें मंत्री

पूर्व मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक बाला बच्चन ने कहा कि प्रदेश में खाद नहीं मिल रहा है, किसानों की स्थिति बेहद खराब है। कृषि मंत्री का बयान दलालों को बढ़ावा देते है। उन्होंने खाद की कमी के लिए यूक्रेन युद्ध को बताया है, फिर कहा कि खाद का विषय मेरे विभाग का नहीं। बाला बच्चन ने कहा कि मंत्रीजी किसान को गुमराह न करें। मीडिया की रिपोर्ट देखिए, ऐसे बयान किसानों को निराश कर रहे हैं। सरकार खाद को लेकर विफल रही है। कृषि मंत्री को ज्ञान नहीं है।

MP से 60 फीसदी लहसुन, लेकिन नहीं मिल रहा दाम

कांग्रेस विधायक नितेंद्र बृजेंद्र सिंह राठौर ने कहा कि सिंचाई के समय बिजली गायब, बाजार में फसल के दाम नहीं, खाद नहीं, धान और गेहूं का घोषणा पत्र के अनुरूप लाभ नहीं दिया जा रहा है। पूरे बुंदेलखंड में खाद की समस्या है। 60 फीसदी किसान परेशान है। 1400 रुपये खाद की कीमत को 1500 रुपये के पार करने की तैयारी की जा रही है। लहसुन 60 फीसदी एमपी से होता है, लेकिन दाम नहीं मिल रहा है। 50 हजार क्विंटल बीज है, 500 रुपये क्विंटल लहसुन बिक रहा है। कारण चीन से आयत किया जा रहा है। सड़कों पर लहसुन फेंकने की तरवीर आ रही हैं। बुंदेलखंड के किसान पलायन कर रहे है। मुंगफली में घाटा हुआ। सरकार अदरक, आलू और जमीन में होने वाले सब्जी फसल पर ध्यान दें। बुंदेलखंड में फूड प्रोसेसिंग यूनिट लगाएं।

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राहत, मुआवजा और बीमा राशि के लिए भटक रहे किसान

कांग्रेस विधायक दिनेश जैन ने कहा कि राहत, मुआवजा और बीमा राशि के लिए भटक रहा है। अनुपूरक बजट में आपदा प्रबंधन का बड़ा हिस्सा है। बारिश, ओला और अन्य आपदा में आपदा प्रबंधन से राशि नहीं मिलती। ये समझिए कि राहत राशि नहीं मिलती तो बीमा राशि भी कंपनी नहीं देती है। सरकार आपदा में किसानों को एक हेक्टेयर पर 46 हजार रुपये देती है, लेकिन एक किसान को भी ये बीमा राशि नहीं दी गई।

मुरैना में स्थिति बेहद खराब- दिनेश गुर्जर

दिनेश गुर्जर ने आगे कहा कि फसल के समय ही बिलजी कनेक्शन क्यों काटे जाते हैं, ट्रांसफार्मर उठाए जाते हैं। अपनी इच्छा से कोई जिला सत्ता पक्ष चुन लें, हम चलने तैयार है, जहां खाद, बीज या मुआवजा की विकराल समस्या न हो। मुरैना जिले के किसानों की स्थिति बेहद खराब है। किसान कंगाल हो रहा है, उनके परिवार में बच्चे शिक्षा नहीं ले पा रहे हैं। पूरे प्रदेश में किसान नामांतरण किए परेशान हैं। पटवारी लाखों की मांग करते हैं, सीमांकन का भी यही हाल है। किसानों को पटवारी और अधिकारी लूटने का काम कर रहे हैं।

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कैलाश ने किसानों के नाम पर करोड़ों का लगाया आरोप

कांग्रेस विधायक कैलाश कुशवाहा ने कहा कि जय जवान, जय किसान..एक सिक्के के दो पहलू है। हम जैसे नेता और अधिकारी का बेटा देश की रक्षा नहीं करता, किसान का करता है। किसानों पर लठ्ठ भांजे का रहे हैं। अत्याचार किया जा रहा है, ऊपर वाला भी कभी कभी किसानों के साथ अत्याचार करता है। सरकार सर्वे करती है, लेकिन कितने किसान के खाते में सर्वे के बाद का पैसा गया, एक भी नहीं… किसानों के नाम पर करोड़ों रुपयों की धांधली की जा रही है। आपस में नियम न होने के कारण खेतों में रस्ते के लिए संघर्ष करता है, हत्या हो रहीं है। पटवारी और तहसीलदार किसानों को चूस रहे हैं। खेत में रास्ते के लिए सरकार कानून बनाए, किसानों का खून बह रहा है उसका कारण भी सरकार हैं।

50-50 गुंडे किसानों को धमका रहे- बाबू जंडेल

कांग्रेस विधायक विपिन जैन ने चीन की लहसुन पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान के रास्ते मध्य प्रदेश तक आ रही है। इसका खुलासा भी जावरा में हुआ। किसानों ने ट्रक को पकड़ा, बिल्टी में खुलासा हुआ है। 10 से 15000 रुपए प्रति क्विंटल नुकसान हो रहा है और सरकार सो रही है। वहीं कांग्रेस विधायक बाबू जंडेल ने कहा कि बिजली कंपनी के 50-50 गुंडे किसानों को धमका रहे हैं। खेत सड़क योजना फिर से शुरू की जानी चाहिए। सिर पर खाद रखकर खेत में जाते हैं। आप क्या जाने किसान क्या होता है।

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भाजपा बोली- आग न भड़काए, किसानों के हित में हो रहा काम

बीजेपी विधायक आशीष शर्मा ने कहा कि किसानों के हित में काम किया जा रहा है। युद्ध का असर खाद पर पड़ा है। बीते साल की तुलना में इस साल सरकार ने बेहतर काम किया है। कुछ लोग किसानों और खाद के नाम पर राजनीति करते हैं। कुछ जगह जरूर खाद की समस्या आई है, लेकिन पूरे प्रदेश में नहीं है, सबका निराकरण किया जा रहा है। आग न भड़काए। खाद भी बना रहे हैं, खाद को लेकर अप्रिय स्थिति आगे देखने नहीं मिलेगी।

बीजेपी विधायक बोलीं- सबको मिल रही किसान सम्मान निधि

भाजपा विधायक रीती पाठक ने कहा कि पीएम मोदी को धन्यवाद, उन्होंने ये नहीं देखा कि लाभ कांग्रेस के किसानों को भी जा रहा है। किसान सम्मान निधि सबको मिल रही है। तेज बोलने से कभी सच नहीं बदल जाता, यह भी विपक्ष को समझना चाहिए। खाद की स्थिति को लेकर सरकार ने जो किया वह काबिले तारीफ है। सरकार ने अग्रिम भंडारण योजना चलाई, कई सारे उर्वरक किए, संसाधनों का भंडारण किया। 2023-24 में 45.83 करोड़ का व्यय हुआ।

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सदन में दो घंटे से चर्चा जारी

रीती पाठक ने आगे कहा कि अग्रिम फसलों के लिए भी भंडारण किया जा रहा है। DPA के स्थान पर बेहतर उर्वरक दिया जा रहा है। मार्कफीड के माध्यम से खाद का वितरण किया जा रहा है। अन्य प्रदेशों में ऐसी व्यवस्था नहीं है, इससे व्यवस्थित काम काम हो रहा है। आपको बता दें कि एमपी विधानसभा में बीते दो घंटे से अधिक समय से किसानों की समस्याओं और मुद्दे पर चर्चा जारी है।

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