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नीरज काकोटिया, बालाघाट। मध्य प्रदेश केबालाघाट जिले के जनपद पंचायत कटंगी के अंतिम छोर पर बसे एक गांव के लोग बारिश में अपने ही गांव में कैद हो जाते है। दो राज्यों की संयुक्त परियोजना राजीव सागर बांध (कुड़वा डैम) के किनारे जंगल के बीच बसे करीब 900 सौ की आबादी वाले खैरलांजी गांव के ग्रामीण अपनी ही ग्राम पंचायत अंबेझरी आना-जाना नहीं कर पा रहे है। बारिश में मजबूरन लोग अपने ही गांव घर में कैद हो जा रहे है। ग्रामीणों के लिए वैकल्पिक मार्ग तो है, लेकिन जंगलनुमा रास्ता बहुत जर्जर और कीचड़ से भरा है, इसके अलावा यहां पर वन्यजीवों का भी खतरा है।
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बता दें कि खैरलांजी गांव बालाघाट की जनपद पंचायत कटंगी क्षेत्र की ग्राम पंचायत अंबेझरी मे आता है। जो करीब 08 किमी. दूर जंगल के बीच बसा है। खैरलांजी गांव को अंबेझरी से जोड़ने के लिए प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत पक्की सड़क तो बनी हुई है। लेकिन इस सड़क में बने एक पुलिया की ऊंचाई इतनी कम है कि राजीव सागर बांध में जलभराव होते ही यह पुलिया पूरी तरह से पानी में डूब जाता है। साल में करीब 6 माह तक पुलिया पानी में ही डूबा रहता है। इस समय यह पुलिया बहुत ज्यादा डूबा हुआ है। जिस कारण ग्रामीणों की आवाजाही बंद रहती है।
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ऐसे में ग्रामीण जंगल के रास्ते आना-जाना करते है जो की बेहद जटिल रास्ता है। लेकिन इस रास्ते में भी गांव का एक तालाब है। जिसमें ओवरफ्लो होते ही आवागमन बंद हो जाता है। गांव की इस समस्या को देखते हुए ग्रामीणों ने विधानसभा चुनाव में मतदान का बहिष्कार करने का ऐलान भी किया था। परंतु तब एसडीएम, एसडीओपी, तहसीलदार ने गांव पहुंचकर ग्रामीणों को भरोसा दिया कि चुनाव होने के बाद उनकी समस्या का निराकरण करने का प्रयास किया जाएगा। लेकिन ग्रामीणों की इस गंभीर समस्या का निराकरण आज तक नहीं हो सका है।
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अंबेझरी पंचायत के पूर्व सरपंच सुखदेव सलामे ने बताया कि पुलिया पर पानी होने की दशा में ग्रामीण जंगल के रास्ते जिस कच्चे रास्ते से आना जाना करते है। ग्रेवल सड़क बनाना प्रस्तावित है, लेकिन जिला पंचायत बालाघाट में फाईल काफी महीनों से स्वीकृति के लिए अटकी पड़ी है। जंगल का रास्ता पूरी तरह से खराब है। ग्रामीण सड़क की पुलिया को ऊंचा बनाने और उनके आवागमन को बहाल करने की गुहार लगा रहे। हालांकि उनकी मांग कई सालो से यथावत रहने से वे बहुत हताश भी है। अब देखना गौरतलब होगा कि ग्रामीणों की इस समस्या का कब तक समाधान हो पाएगा।
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