नीरज काकोटिया ,बालाघाट। प्रकृति प्रेमी (nature lover) युवक रोहित सिरसाम (Rohit Sirsam) साइकिल से 52 जिलों की परिक्रमा करते हुए शनिवार को अंतिम जिले के रूप में बालाघाट (Balaghat) पहुंचा। जहां वन अधिकारियों ने रोहित का भव्य अभिनंदन किया। रोहित बीते 64 दिनों में प्रदेश के 52 जिलों का भ्रमण कर रहे है। इस दौरान उन्होंने प्रकृति बचाने, पेड़ लगाने और बाघ का संरक्षण करने का संदेश (Message to save nature, plant trees, conserve tiger) दिया।
जानकारी के अनुसार रोहित सिरसा सिवनी जिला का रहने वाला एक ग्रामीण और आदिवासी युवक है। 1 जनवरी 2023 से अपने जिले से सायकिल पर सवार होकर प्रदेश के सभी जिलों में जाकर प्रकृति बचाने, पेड़ लगाने और बाघ का संरक्षण करने का संदेश दिया। 64 दिनों में प्रदेश के सभी 52 जिलो की परिक्रमा करते हुये शनिवार को बालाघाट पहुंचे। इस बीच उन्होंने एक पौधा भी लगाया। साथ ही रोहित ने वन विभाग के अधिकारियों को सायकिल से भ्रमण करने का उदेश्य बताया।
प्रकृति प्रेमी ने बताया कि कोरोना के समय जिस तरह से ऑक्सीजन की आवश्यकता महसूस हुई, उसमें प्रकृति का महत्वपूर्ण रोल रहा। पानी और भोजन के बिना जीवन को कुछ दिनों के लिए बचाया जा सकता है, लेकिन ऑक्सीजन के बगैर नहीं। इसी के चलते रोहित के मन में यह विचार आया और वह सायकिल पर प्रदेश को संदेश देने निकल पड़े। उन्होंने कहा कि मेरा उदेश्य लोगों को प्रकृति के प्रति जागरूक करना, पेड़ लगाना, बचाना और वन्य प्राणियों के संरक्षण करने को लेकर जागरूक करना था और वह उसमें कुछ हद तक सफल रहा।
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