नीरज काकोटिया, बालाघाट। इसरो के चंद्रयान-3 ने चांद के साउथ पोल पर लैंडिंग कर इतिहास रच दिया है। ऐसे में चंद्रयान-3 में सेवा देने वाले वैज्ञानिकों के योगदान की भी चर्चा हो रही हैं। मध्यप्रदेश के बालाघाट से भी दो युवा वैज्ञानिकों का योगदान रहा है। आकाश धामने और महेंद्र कुमार ठाकरे मिशन का हिस्सा बने। जिनकी वजह से जिला गौराविंत महसूस कर रहा हैं। आज इनके परिजनों से मुलाकात करने सांसद ढालसिंह बिसेन पहुंचे।

Breaking: एमपी का लाल लद्दाख में शहीद, मां भारती की सेवा में सेना के जवान ने किए प्राण न्यौछावर

बालाघाट-सिवनी सांसद डॉ. ढालसिंह बिसेन युवा वैज्ञानिक आकाश धामने निवासी वार्ड नंबर- 11 के परिजनों से भेंट करने उनके निवास पर पहुंचे। जहां पर उन्होंने परिजनों का अभिनंदन कर बेटे के योगदान के लिए उन्हें शुभकामनाएं दी। सांसद ने युवा वैज्ञानिकों व परिजनों को कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और इसरो के वैज्ञानिकों के योगदान बहुत ही सराहनीय हैं। ये गौरव का पल हैं।

रक्षाबंधन से पहले बहनों ने सैनिकों को बांधा रक्षा सूत्र: सरस्वती शिशु मंदिर में 8वें साल भी धूमधाम से हुआ आयोजन

जिन्होंने देश की ताकत का लोहा मनवाया हैं। आकाश धामने के परिवार में माता-पिता, दो भाई व भाभी हैं। बेटे के इसरो में दे रहे योगदान को लेकर पिता सेवकराम धामने ने गर्व महसूस कर रहे है। उन्होंने कहा कि देश के नाम पूरी दुनिया में हो रहा हैं। जिससे देशवासियों को जैसे खुशी हो रही वैसे उन्हें भी हो रही हैं।

भक्ति की शक्ति: 1500 किलोमीटर दौड़ते हुए कांवड़ लेकर पहुंचे शिव भक्त, उज्जैन में बाबा महाकाल का करेंगे जलाभिषेक

Read more- Health Ministry Deploys an Expert Team to Kerala to Take Stock of Zika Virus