नीरज काकोटिया,बालाघाट। मध्यप्रदेश के बालाघाट जिले में लचर स्वास्थ्य व्यवस्था उजागर हुई है. सड़क हादसे का शिकार मरीज को समय पर 108 एंबुलेंस नहीं मिली. जिसके चलते घायल युवक को हाथ ठेले पर लेटा कर अस्पताल पहुंचाया गया. इस तस्वीर को देखने से समझा जा सकता है कि महकमा स्वास्थ्य सेवा को लेकर कितना सजग है. ठेले पर मरीज को अस्पताल ले जाते वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
कोरोना काल के समय स्वास्थ सेवा की लचर व्यवस्था हर किसी ने देखा है. इसके बाद समझा जा रहा था कि तमाम सुविधाएं व्यवस्थित होगी. खासकर मरीजों को लाने ले जाने के लिए 108 एंबुलेंस की व्यवस्था दुरुस्त रहेगी. लेकिन बालाघाट के कटंगी में ऐसा एक मामला आया, जहां घायल मनोज यादव तिरोड़ी निवासी को एंबुलेंस ही नहीं मिल पाई. जिसके चलते मनोज यादव को हाथ ठेला संचालित करने वाले व्यक्ति ने अपने ठेले में लिटा कर अस्पताल पहुंचाया.
सुल्तान नामक व्यक्ति की दरियादिली भी काबिले तारीफ है. इस घटनाक्रम ने स्वास्थ्य विभाग की पोल खोल कर रख दी है. बताया जाता है कि मनोज यादव बाइक से अपने घर जा रहा था. उस दौरान नगरपालिका के कचरा वाहन ने उसे टक्कर मार दी. जिससे वह घायल हो गया था. घायल होने पर स्थानीय लोगों ने 108 एंबुलेंस को लेकर कई बार सूचित किया, लेकिन समय पर एंबुलेंस नहीं पहुंची. जिसके बाद आनन-फानन में घायल की स्थिति को देखते हुए हाथ ठेले में लिटा कर उसे अस्पताल पहुंचाया गया. जिसका वीडियो भी वायरल हो रहा है. जिसकी जानकारी लेने पर ज्ञात हुआ कि या पूरा घटनाक्रम 1 दिन पहले शाम के वक्त का कटंगी तिरोड़ी मार्ग का है.
कटंगी तिरोडी में एंबुलेंस की सुविधा नहीं है. जिसको लेकर स्थानीय लोगों ने कई बार ध्यान आकर्षित कराया है. पूर्व में भी दुर्घटना के मामले में 108 एम्बुलेंस उपलब्ध नहीं होने के चलते मरीजों को निजी वाहन कर ले जाना पड़ा है. यही नहीं लेटलतीफी होने के चलते कुछ की मौत भी हुई है. जिला प्रशासन के दौरा के दौरान भी यह समस्या सामने आई. उन्होंने भी इसे दूर करने का भरोसा दिया. लेकिन समय बीते जा रहा है और एंबुलेंस की व्यवस्था कटंगी तिरोड़ी के लिए उपलब्ध ही नहीं हो पा रही है.
मरीजों को घायल होने या किसी अन्य घटनाक्रम के चलते एंबुलेंस उपलब्ध नहीं हो पा रही है. यही वजह है कि हाथ ठेला जैसे में स्वास्थ सेवा ले जाते हुए देखने मिल रही है. हालांकि मुख्य चिकित्सा अधिकारी का कहना है कि यहां पर बीएमओ पदस्थ है. उनके पास एंबुलेंस की सुविधा उपलब्ध करा सकते थे, लेकिन इस संदर्भ में बीएमओ से संपर्क नहीं किया गया. 108 एंबुलेंस नहीं होने की बात स्वीकार करते हुए सीएमएचओ ने कहा कि राज्य स्तर पर आउट सोर्स कम्पनी के माध्यम से 108 एंबुलेंस सुविधा संचालित हो रही है. जिसका अनुबंध समाप्त हो गया है. अनुबंध के खत्म होते ही 1 मई से एम्बुलेंस मिलेगी और मरीजों को इस तरह की असुविधा नहीं होगी.
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