नीरज काकोटिया,बालाघाट। मध्यप्रदेश के बालाघाट जिले में अनोखा मामला देखने को मिला है. अभी तक आपने मनुष्य को अपनों के प्रति हमेशा अच्छे काम करते देखा होगा, लेकिन कुछ प्रेम हमेशा मनुष्य के प्रति ही नहीं, बल्कि कुछ मुक जीवो के प्रति रखते हैं. ऐसा ही ग्राम हट्टा में देखने को मिला, जहां गाय (गौमाता) की मौत के बाद ग्रामीणों ने बकायदा उसे नम आंखों से विदाई दी और उसका अंतिम संस्कार किया. जिसका वीडियो भी सामने आया है.
दरअसल बालाघाट के ग्राम हट्टा में एक गाय को लोग प्यार से घंटीलाल बुलाते थे. गाय की 12 दिसंबर को मौत हो गई. गौमाता की मौत के बाद ग्रामीणों ने उसे गाने बाजे के साथ नम आंखों से विदाई दी. उसका अंतिम संस्कार किया और नियम अनुसार उसकी तेरहवी भी की. ग्राम के लगभग 14 लोगों ने अपना मुंडन भी करवाया. जिसकी हर तरफ चर्चा हो रही है.
ग्रामीण राजू बुरड़े ने बताया कि गाय लॉकडाउन के समय गांव में आई हुई थी, जो काफी कमजोर थी. जिसके बाद ग्रामीणों के द्वारा उसका पालन पोषण किया जाने लगा. जिसे ग्रामीणों ने लोकप्रिय नाम घंटीलाल दे दिया था. इस गाय के अंतिम सांस लेने के बाद ग्रामीणों ने मिलकर उसका अंतिम संस्कार करने का निर्णय किया. नम आँखों के साथ अंतिम विदाई दी. बकायदा सभी लोगों ने पैसा इकट्ठा कर मुंडन के बाद उसका मृत्यु भोज भी करवाया.
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