समीर शेख, बड़वानी। मध्य प्रदेश के बड़वानी जिले के पानसेमल वन क्षेत्र अंतर्गत ग्राम जलगोन में वन विभाग की टीम ने अपनी जान को जोखिम में डालकर एक तेंदुए का रेस्क्यू किया है। जब टीम रेस्क्यू के लिए मौके पर पहुंची तो तेंदुआ अचानक से झाड़ से उतर गया। लेकिन वहां आसपाल लोगों की भीड़ से भाग नहीं पाया। वहीं दिन होने की वजह से उसे पिंजरे में कैद करना आसान नहीं था। वन विभाग की पहली प्राथमिकता उसे लोगों की भीड़भाड़ से पकड़ना और बचाना था। जो काफी मुश्किल काम था।
जिसके बाद वन विभाग की टीम ने दो मुंह की लकड़ी और जाली की व्यवस्था की और फिर झाड़ियों में बैठे तेंदुए को लकड़ी से दबाकर जाली बांधा गया जिसके बाद उसे सुरक्षित पकड़कर पिंजरे में बंद किया गया। इस दौरान छोटी सी गलती वहां मौजूद लोगों और वन विभाग की टीम पर भारी पड़ सकती थी। लेकिन यहां वन विभाग ने सूझबूझ का परिचय देते हुए तेंदुए का रेस्क्यू किया।
वन विभाग के अनुसार तेंदुए की उम्र 12 से 15 माह बताई जा रही है। फिलहाल जिस तरह तेंदुए का रेस्क्यू किया गया वह क्षेत्र में चर्चा का विषय है। क्योंकि जिंदा तेंदुए को इस तरह जान जोखिम में डालकर पकड़ना काफी साहस का काम था और इसलिए क्षेत्र भर में वन विभाग की टीम की साहस की चर्चा हो रही है।
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