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समीर शेख, बड़वानी। साल 2019 में सरदार सरोवर बांध की डूब में आए कई परिवार आज भी टिन शेड में जीवन यापन करने को मजबूर हैं। नर्मदा बचाओ आंदोलन की प्रमुख मेधा पाटकर के अनुसार पात्र लोगों को अपात्र घोषित कर सरकार ने 2019 से टिन शेड में रखा हुआ है। जिन्हें किसी प्रकार की कोई सुविधा नही दी जा रही है।
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उन्होंने बताया की ऐसे एक दो नही बल्कि बड़वानी व धार जिले में करीब 500 परिवार है, जो आज भी टिन शेड में रहने को मजबूर है। जिनका कोई न कोई निराकरण सरकार को करना चाहिए। उन्होंने कहा कि सिर्फ लाडली बहना से घर नहीं चलता, सरकार को श्रमिकों के कानून लागू करना चाहिए, पलायन रोकने के लिए रोजगार की गारंटी देना चाहिए। जिसको लेकर अब हम 4 जून तक इंतजार करेंगे।
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मेधा पाटकर ने कहा कि बारिश के पहले इनकी व्यवस्था सुनिश्चित की जाए, साथ ही बांध के जलस्तर को लेकर भी स्थिति स्पष्ठ की जाए। बांध के 122 मीटर जलस्तर पर 17 गेट खुलने चाहिए इसके ऊपर जल भराव न हो। जिसको लेकर हम चाहते है कि सरकार संवाद करें, अन्यथा हम 4 जून के बाद बड़ा अनिश्चित कालीन संघर्ष करेंगे।
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