अमित पवार, बैतूल। मध्य प्रदेश के बैतूल में लगातार दूसरे वर्ष भी किसान मक्के के अमानक बीज से बड़ा नुकसान झेल रहे हैं। पिछले साल तो निजी फर्मों ने किसानों को अमानक बीज बेचे थे। लेकिन इस बार कृषि विभाग ने किसानों को जो बीज दिया वहीं अमानक और घटिया पाया गया है। 

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बैतूल जिले के आठनेर और आसपास क्षेत्रों के किसानों ने कृषि विभाग और कलेक्टर से शिकायत में बताया था कि कृषि विभाग ने जो बीज उन्हें दिया है उसमें अब तक अंकुरण ही नहीं हो पाया है। अब बोवनी का समय भी लगभग निकल चुका है। इस पर कलेक्टर ने एक जांच समिति गठित कर सप्लाई किए गए बीज की जांच करवाई, जिसमे दो बड़ी खामियां सामने आई। जो बीज किसानों को दिया गया था उसमें प्रमाणीकरण का टैग नहीं पाया गया। जबकि केवल प्रमाणीकृत बीज ही सप्लाई किया जाना था। 

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दूसरी बड़ी गलती आठनेर के वरिष्ठ कृषि अधिकारी की पाई गई, जिनकी लापरवाही से अमानक बीज किसानो को दिया गया। जांच रिपोर्ट सामने आने के बाद कलेक्टर ने बीज सप्लायर फर्म के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज करवाया है। वहीं आठनेर के वरिष्ठ कृषि अधिकारी रामदयाल सिंगारे को लापरवाही बरतने पर निलंबित कर दिया गया है । फिलहाल मामले की जांच जारी है और हो सकता है इसमें अभी कुछ और भी लोगों पर गाज गिरे । बहरहाल जांच अपनी जगह है लेकिन किसानों का जो नुकसान होना था वो हो चुका है।

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