अमित पवार, बैतूल। भारत का संविधान देश के हर नागरिक को जातिगत बंधनों से परे अपनी मर्जी से विवाह (Marriage) करने की अनुमति देता है। मध्यप्रदेश के बैतूल (Betul) में एक वकील ने भारत के संविधान (Constitution of India) को साक्षी मानकर अपनी दुल्हन का हाथ थामा। वरमाला के पहले मंच पर भारत के संविधान की उद्देशिका का वाचन किया गया जिसके बाद वरमाला हुई। दूल्हा-दुल्हन (Groom-Bride) दोनों ने समाज से जातिवाद मिटाने और हर युवा को उनके अधिकार बताने के लिए संविधान को साक्षी मानकर विवाह किया। 

आम तौर पर किसी भी विवाह में ढोल नगाड़े (Dhol Nagada), डीजे (DJ) की धुन पर नाचते झूमते बाराती नजर आते हैं, लेकिन बैतूल में एक ऐसी अनूठी शादी देखने मिली जिसमें वर वधु ने बिना किसी दिखावे के एक बड़ा संदेश दिया और भारत के संविधान को साक्षी मानकर एक दूसरे का हाथ थामा। बैतूल के युवा वकील दर्शन बुंदेला और उनकी दुल्हन राजश्री बचपन के दोस्त हैं और दोनों जातिवाद के घोर विरोधी रहे हैं। साथ ही इन दोनों की भारत के संविधान में गहरी आस्था है। इसी वजह से इन्होंने अपनी शादी में वरमाला से पहले भारत के संविधान की उद्देशिका का वाचन करवाया और संविधान को साक्षी मानकर वरमाला डाली।

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दर्शन बैतूल में वकालत (Advocacy) करते हैं, जबकि राजश्री हरदा जिले (Harda) के एक सरकारी स्कूल (Government School) में टीचर (Teacher) हैं। कॉलेज (College) के दिनों से दोनों एक-दूसरे को पसंद करते हैं। जिसकी सबसे बड़ी वजह रही देश और संविधान को लेकर दोनों की विचारधारा एक जैसी है। दोनों चाहते हैं कि देश की भावी पीढियां संविधान (Constitution) में निहित अपने अधिकारों को समझें और जातिवाद मुक्त समाज का निर्माण करें। 

इस शादी में जितने भी मेहमान आए थे उन सभी ने खड़े होकर संविधान की उद्देशिका का वाचन किया। मेहमानों ने दर्शन और राजश्री की इस पहल की सराहना की और उनके द्वारा दिये संदेश को हर नागरिक के लिए ज़रूरी माना।

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आपको बता दें कि संविधान को साक्षी मानकर विवाह करने का पहला मामला बैतूल में ही सामने आया था। जब तीन साल पहले यहां पदस्थ मध्यप्रदेश कैडर (Madhya Pradesh Cadre) की डिप्टी कलेक्टर निशा बांगरे (Deputy Collector Nisha Bangre) ने मलेशिया (Malaysia) में भारत के संविधान को साक्षी मानकर विवाह किया था। इस तरह के प्रयासों से ये तो माना जा सकता है कि भारत के युवा संविधान को लेकर जागरूक हैं और युवाओं का देश भारत (India) बदल रहा है।

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