शिखिल ब्यौहार, भोपाल। विधानसभा में ओला और पाला को लेकर हुए हंगामे के बाद मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव एक बार फिर एक्शन मोड में आए। उन्होंने फसलों को हुए नुकसान को लेकर अफसरों से चर्चा की। साथ ही तत्काल किसानों को राहत पहुंचाने के लिए सर्वे शुरू करने का निर्देश दिया।

मध्यप्रदेश के मध्य पूर्वी क्षेत्र में बीती 11 से 14 फरवरी को कुछ जिलों में असामयिक वर्षा और ओलावृष्टि से हुए नुकसान हुआ। मामले की जानकारी लगने के बाद मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने राजस्व विभाग के अधिकारियों से बातचीत की। साथ ही निर्देश दिया कि ओलावृष्टि से प्रभावित कोई भी किसान राहत और सर्वे से छूटना नहीं चाहिए। सर्वे के बाद कलेक्टरों को आरबीसी 6(4) में किसानों को राहत राशि वितरित करने के निर्देश दिए है। सीएम ने राजस्व पुस्तक परिपत्र के प्रावधानों के अनुरूप राहत प्रदान करने को कहा है।

इन जिलों में हुई फसल खराब

बालाघाट, कटनी, नरसिंहपुर, सिवनी, डिडोंरी, मण्डला, सतना, सिंगरौली, पन्ना, अनूपपुर एवं छतरपुर की 34 तहसीलों में फसल खराब होने की सूचना सरकार को मिली है। अधिकारियों ने बताया कि 343 गाँव के 3 हजार 701 किसानों की फसलों के प्रभावित हुई। बता दें कि ओलावृष्टि प्रभावितों को वित्तीय वर्ष 2023-24 में राज्य शासन द्वारा 121 करोड़ रूपये की राशि वितरित की गई है। विगत तीन वर्षों में प्राकृतिक आपदा से प्रभावित किसानों को 1 हजार 820 करोड़ रूपये की सहायता दी गई है।

CM-MOHAN55

Lalluram.Com के व्हाट्सएप चैनल को Follow करना न भूलें.
Read More:- https://whatsapp.com/channel/0029Va9ikmL6RGJ8hkYEFC2H