अमृतांशी जोशी,भोपाल। मध्यप्रदेश में 100 नंबर लगाओ और पुलिस बुलाओ, लेकिन पुलिस अब आएगी कैसे ? पहले 100 नंबर डायल करने पर 15 मिनट में रिस्पॉन्स मिलता था. अब शहरी क्षेत्र में रिस्पॉन्स टाइम 15 मिनट से बढ़कर 20-30 मिनट तक पहुंच गया है. यह सवाल इसलिए उठ रहे हैं, क्योंकि सड़कों की जगह डायल 100 की गाड़िया यार्ड में खड़ी है.

दरअसल डायल 100 की गाड़ियों को वक्त पर मेंटेनेंस नहीं मिलने के कारण 70 वाहन ऑफ रोड हो गई हैं. एक साथ यार्ड में कई गाड़ियां खड़ी है. इन गाड़ियों की किसी को सुध नहीं है. जब पुलिस की गाड़ियां ही कबाड़ में चली गई है, तो आम जानता को सुविधा कैसे मिलेगी.

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मिली जानकारी के अनुसार इमरजेंसी सेवा को संचालित करने वाली कंपनी को पुलिस मुख्यालय ने एक्सटेंशन नहीं दिया है. जिसके चलते महीने भर बाद भी यह तय नहीं हुआ कि नया टेंडर किस कंपनी को दिया जाएगा. वहीं कई कर्मचारियों को महीनों से वेतन नहीं मिला है.

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बता दें कि कुछ दिन पहले कर्मचारी हड़ताल पर भी उतरे थे. सुरक्षा कानून व्यवस्था गेट पर इस पहल के साथ शुरुआत हुई थी. हड़ताल में कहा था कि कर्मचारियों को ना तनख्वा मिल रही ना ही गाड़ियों का मेंटेनेंस जो रहा है. लेकिन हड़ताल का भी कुछ खास असर देखने को नहीं मिला.

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