शब्बीर अहमद, भोपाल। मध्य प्रदेश में स्वास्थ्य विभाग के रिटायर्ट स्टोर कीपर की करीब 10 करोड़ से अधिक की संपत्ति का खुलासा होने के बाद जांच जारी है। संपत्ति किस-किस माध्यम से जमा की गई, लोकायुक्त इसके सबूत जुटाने में जुटी हुई है। इसके लिए पंजीयन, राजस्व और परिवहन विभाग को पत्र लिखकर जानकारी मांगी जा रही है। लोकायुक्त को 21 लाख रुपये नकदी के साथ कुछ पुरानी करेंसी भी बरामद हुई थी। इस मामले में लोकायुक्त पुलिस एक और एफआईआर दर्ज करेगी।
इस मामले में सबसे अहम पंजीयन विभाग से आने वाली जानकारी होगी। जानकारी मिलने पर पता चलेगा सबसे अधिक संपत्ति किसके नाम पर ली गई और भुगतान किसके नाम किया गया। जांच खुलासा हुआ कि अशफाक अली में भोपाल और लटेरी में कॉलोनी काटने की तैयारी में था।
दरअसल लोकायुक्त की टीम को अशफाक अली के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति की शिकायत मिली थी। जिसके बाद लोकायुक्त ने भोपाल में दो मकान और लटेरी के ठिकानों पर एक साथ छापामार कार्रवाई की। इस दौरान टीम को अस्पताल में ग्रीन वैली स्थित मकान में नोटों से भरा बैग मिला, नोट इतने थे की गिनने के लिए मशीन बुलवानी पड़ी थी।
वहीं परिवार के सदस्यों के नाम पर 16 से अधिक अचल संपत्तियों की जानकारी सामने आई है। अशफाक अली, बेटे जीशान अली, शारिक अली, बेटी हिना कौशल और पत्नी राशिदा बी के नाम करोड़ों रुपए की अचल संपत्तियां खरीदने के कागजात मिले। आनंदपुर रोड पर 14 हजार स्क्वायर फीड में निर्माण शॉपिंग कांप्लेक्स और लगभग एक जमीन पर करीब 2500 वर्ग फीट का मकान, मुस्ताक मंजिल नाम से तीन मंजिला भवन शामिल है।
जानकारी के मुताबिक, अब तक लोकायुक्त को जांच में 21 लाख कैश, 50 लाख के जेवर, 09 लग्जरी गाड़ियां मिली है। लोकायुक्त ने बैंक, राजस्व, पंजीयन कार्यालय से जानकारी मांगी है। अब अशफाक अली के कार्यकाल में दवा और अन्य सामग्री की खरीदी की जांच होगी। जिससे करोड़पति बनने का और खुलासा हो सके।
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