शब्बीर अहमद, भोपाल। मध्य प्रदेश में मानसून की दस्तक के साथ, बाढ़ की स्थिति में बचाव और राहत कार्य के लिए अभ्यास किया गया। भारतीय सेना, सुदर्शन चक्र कोर, एनडीआरएफ (राष्ट्रीय आपदा आपातकालीन राहत बल) और एसडीईआरएफ (राज्य आपदा आपातकालीन राहत बल) की टुकड़ियों ने बड़े तालाब (खानूगांव के पास) पर बाढ़ की स्थिति में राहत और बचाव की गतिविधियों का पूर्व अभ्यास किया।
प्रदेश में बाढ़ राहत कार्य से जुड़े इंजीनियर रेजीमेंट टॉस्क फोर्स, सेना के कमांडरों ने पूर्व अभ्यास में सक्रियता से भाग लिया। अभ्यास के दौरान आर्मी एविएशन विंग के हेलीकॉप्टर भी शामिल रहे। बाढ़ पीड़ितों को समय पर बचाव और राहत देने की अनेक गतिविधियों का जीवंत प्रदर्शन किया गया।
MP Health Department Transfer: CMHO सहित कई अधिकारियों का तबादला, यहां देखें पूरी सूची…
बाढ़ राहत और बचाव के अभ्यास में योजना की तैयारी, नागरिक प्रशासन के साथ सम्पर्क आदि के संबंध में जानकारी दी गई। बाढ़ राहत कार्यों के समय उपयोग किये जाने वाले विभिन्न उपकरणों का प्रदर्शन किया गया। आपदा प्रबंध संस्थान के कार्यों की जानकारी भी दी गई। सेना, एनडीआरएफ और एसडीईआरएफ के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर उपस्थित थे।
हल्की बौछारें पड़ने का सिलसिला रहेगा जारी
प्रदेश में तीन दिन बाद झमाझम बारिश होने की संभावना है। बंगाल की खाड़ी में बने चक्रवात के आगे बढ़ने पर बारिश के आसार बन रहे हैं। प्रदेश में अगले 72 घंटे बाद बारिश का स्ट्रॉन्ग सिस्टम एक्टिव होगा। जिससे इंदौर-उज्जैन संभाग में भारी बारिश का अनुमान है। वहीं जबलपुर, शहडोल और रीवा संभाग भी भीगेंगे। वातावरण में नमी बढ़ने के कारण फिलहाल प्रदेश के अधिकतर जिलों में बादल छाए हुए है।
Read more- Health Ministry Deploys an Expert Team to Kerala to Take Stock of Zika Virus
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक