राकेश चतुर्वेदी, भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में अब एक सिटी बस गड्ढे में धंस गई। गाड़ी के दोनों पहिए गड्ढे में समा गए। बताया जा रहा है कि टर्न लेते समय यह हादसा हुआ। घटना के वक्त बस में यात्री सवार थे। गनीमत रही कोई जनहानि नहीं हुई। लेकिन प्रदेश के सड़कों की दुर्दशा और बदहाल सिस्टम पर कई तरह के सवाल उठ रहे है।

मामला राजधानी के पटेल नगर की मुख्य सड़क का है। भोपाल में दो दिन में यह दूसरी घटना है, जब सड़क धंसी हो। शुक्रवार को एक बार फिर सड़क में गड्ढे हो गए। इस बार एक सिटी बस गड्ढे में धंस गई। सिटी बस के वजन से ही सड़क में बड़ा गड्ढा हो गया। हादसे के समय बस में यात्री मौजूद थे। बताया जा रहा है कि टर्न लेते समय बस के दोनों पहिए धंस गए।

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कल भी सड़क में हुआ था गड्ढा

बस ड्राइवर ने बताया कि गाड़ी का पहिया अचानक धंस गया। सड़क पर गिट्टी दिख रही थी, बस निकली तो गड्ढा हो गया। गाड़ी में सवार यात्री बाल बाल बच गए। किसी को कोई चोट नहीं आई है। आपको बता दें कि गुरुवार को महाराणा प्रताप नगर की मुख्य सड़क अचानक बारिश में धंसी गई थी। कुछ दिनों में ही सड़क ऐसी धंसी कि गहरी सुरंग बन गईं। सड़क धसकने के समय कोई राहगीर वहां मौजूद नहीं था। जिससे बड़ा हादसा टल गया।

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PWD ने दी थी ये सफाई

एमपी नगर स्थित महाराणा प्रताप चौराहा (ज्योति टॉकीज) के पास सड़क में गड्ढे होने पर पीडब्ल्यूडी ने सफाई दी थी। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर PWD ने बताया था कि इस मार्ग पर ज्योति टॉकीज के पास एक 50 वर्ष पुराना भूमिगत नाला है, जिसकी दीवार कमजोर होने से सड़क का एक हिस्सा धंस गया। विभाग ने नाले की मरम्मत शुरू कर दी है और जल्द ही क्षतिग्रस्त सड़क को पुनर्निर्माण किया जाएगा।

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PWD ने मांगी खस्ताहाल सड़कों की रिपोर्ट

PWD ने भोपाल में सड़कों की दुर्दशा और बदहाल सिस्टम को सुधारने के लिए नया प्लान तैयार किया है। अब सड़कों को दो श्रेणियों में बांटा जाएगा। पहली श्रेणी में वे सड़कें शामिल होंगी, जिनका निर्माण एक वर्ष पहले हुआ हो या जिनका पुनर्निर्माण प्रस्तावित है। इनके रखरखाव का जिम्मा कम अवधि के टेंडर के जरिए ठेकेदारों को सौंपा जाएगा। दूसरी श्रेणी में ऐसी सड़कें होंगी, जिनके लिए अगले 3 से 5 साल तक नए निर्माण की कोई योजना नहीं है। PWD ने प्रमुख अभियंता और सड़क विकास निगम के प्रबंध संचालक से खस्ताहाल, कमजोर और मरम्मत योग्य सड़कों की रिपोर्ट मांगी है, जो 31 जुलाई तक सौंपी जानी है।

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