शब्बीर अहमद, भोपाल। मध्यप्रदेश पुलिस आरक्षक भर्ती परीक्षा को क्लीनचिट मिल गई है. धांधली के आरोपों की जांच कर रही मैप आईटी ने गृह विभाग को अपनी रिपोर्ट सौंप दी है. रिपोर्ट में कहा गया है कि पुलिस आरक्षक भर्ती में नियमानुसार प्रक्रिया अपनाई गई है. इस रिपोर्ट के बाद अब फिजिकल टेस्ट निरस्त होने की संभावानाएं भी खत्म हो गई हैं. 24 मार्च को जारी परिणाम में पात्र अभ्यर्थियों को जल्द ही फिजिकल टेस्ट के लिए बुलाया जाएगा।

मैप आईटी ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि पुलिस आरक्षक भर्ती में नियमानुसार फिजिकल टेस्ट के लिए 5 गुना अभ्यर्थियों का परिणाम घोषित किया गया. प्रथम चरण में 6000 रिक्तियों के विरुद्ध 30,000 अभ्यर्थियों को पात्र घोषित किया गया है. जिसमें आरक्षण प्रावधानों के तहत महिलाओं की 1786 से पदों के विरुद्ध 3694 महिला अभ्यर्थियों को पात्र घोषित किया गया है.

मैप आईटी ने रिपोर्ट में बताया है कि पहले चरण में कटऑफ और मेरिट लिस्ट के अंक बताने से फिजिकल टेस्ट की सुचिता प्रभावित होने की संभावना रहती है. इस लिए क्वालीफाइड और नॉट क्वालीफाइड के आधार पर परीक्षा परिणाम जारी किए गए. पहले भी भर्ती परीक्षा 2016 और 2017 में कटऑफ मार्क्स घोषित नहीं किए गए थे.

मैप आईटी ने रिपोर्ट में बताया है कि फिजिकल टेस्ट में क्वालिफाइड होने पर फाइनल रिजल्ट PEB जारी करता है. जिसमें कटऑफ मार्क्स और केंडिटेट द्वारा प्राप्त मास्क दर्शाए जाते हैं. प्रथम चरण के रिजल्ट में रेंडम लिस्ट बनाई जाती है जिसमें पता नहीं चलता कि कौन अभ्यार्थी ऊपर है कौन नीचे है
क्वालिफाइड के बाद नॉन क्वालिफाइड बताने वाली शिकायत भी झूठी साबित हुई है.बता दें कि धांधली की शिकायत के बाद गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने मैपआईटी से जांच कराने के आदेश दिए थे.

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