सुधीर दंडोतिया, भोपाल। बुधवार को कलेक्टर आशीष ने सूरज नगर, रातीबड़ सहित अन्य स्कूलों का आकस्मिक निरीक्षण किया। इस दौरान कलेक्टर ने स्कूल कार्य में लापरवाही और गुणवत्ता में कमी पाई। इसके चलते कलेक्टर ने जिला शिक्षा अधिकारी को 6 से अधिक शिक्षक और कर्मचारियों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई करने का निर्देश दिया। अपने इस निरीक्षण पर कलेक्टर स्कूलों के छात्रों से भी मिले और उन्हें शिक्षक कैसे पढ़ा रहे है, इस बात की भी जानकारी ली। 

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कलेक्टर ने सूरज नगर उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में निरीक्षण के दौरान पाया गया कि विद्यालय में शिक्षा के अतिरिक्त अन्य कार्य भी किए जा रहे थे। इस पर संबंधित प्राचार्य वंदना  उपाध्याय को शो कॉज नोटिस जारी किया गया। इसी प्रकार कोटरा सुल्तानाबाद उच्चतर माध्यमिक विद्यालय का निरीक्षण के दौरान पाया गया कि 2 टीचर अवकाश पर हैं और 3 टीचर किसी अन्य कार्य में गए हुए हैं। वहीं प्राचार्य रंजना सक्सेना भी बिना सूचना के अनुपस्थित रही हैं। इस पर 1 दिन की वेतन काटने और असंचयी प्रभाव से वेतन वृद्धि रोकने के लिए के साथ कारण बताओ नोटिस भी जारी किया गया।  

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इधर आंगनवाड़ी केंद्र 1074 में पाया गया कि यहां पर 80 बच्चे पंजीकृत है,जबकि केवल 13 बच्चे ही उपस्थित थे। इतना ही नहीं उनका कोई रिकॉर्ड भी नही रखा जा रहा था और  इसका जवाब मांगने पर संतुष्टि पूर्वक जवाब नही दिया गया।  जिससे संबंधी आंगनवाड़ी कार्यकर्ता पुष्पा जाटव की सेवा समाप्ति करने के कलेक्टर ने निर्देश दिए।

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शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय रातीबड़ के निरीक्षण के दौरान पाया गया कि शिक्षक हेमंत श्रीवास्तव 1 जुलाई से अनुपस्थित हैं, भृत्य विजय सिंह परिहार संस्था में कोई काम में सहयोग नहीं करते है। इस बात को संज्ञान में लेते हुए कलेक्टर ने दोनों को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड करने के निर्देश दिए हैं। एक अन्य चपरासी मोहन वर्मा द्वार भी विद्यालय में अशोभनीय वातावरण और असहयोग करते है। इनका भी 1 दिन का वेतन काटने के साथ ही असंचयी प्रभाव से वेतन वृद्धि रोकने के रोकने के लिए भी कारण बताओ सूचना पत्र जारी करने को कहा गया है। विद्यालय की प्राचार्य शशि सिंह के प्रभावी नियंत्रण नहीं किए जाने के कारण उनको भी असंचयी प्रभाव से वेतन वृद्धि रोकने के लिए सूचना पत्र जारी करने को कहा गया। 

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