शब्बीर अहमद, भोपाल। खरगोन में रामनवमी के दिन हुई हिंसा को लेकर मध्यप्रदेश की सियासत गर्म है। इस घटना को लेकर आज कांग्रेस के प्रतिनिधि मंडल ने मध्य प्रदेश के डीजीपी सुधीर सक्सेना से मुलाकात की। पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव, पूर्व कानून मंत्री पीसी शर्मा और कांग्रेस के माइनॉरिटी के नेता आरिफ मसूद समेत कई नेताओं का डेलिगेशन डीजीपी से मुलाकात करने पहुंचे। कांग्रेस नेताओं ने डीजीपी से निर्दोष लोगों को टारगेट करके कार्रवाई करने की शिकायत की।
मुलाकात के बाद कांग्रेस नेताओं ने मीडिया से बात करते हुए सरकार पर दोहरा रवैया अपनाने का आरोप लगाया। कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव ने इसे इंटेलिजेंस फेल्योर करार दिया। तो वहीं कांग्रेस के पूर्व मंत्रियों ने इस दंगे को लेकर प्रदेश की कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठाए। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो, लेकिन चिन्हित करके जो कार्रवाई की जा रही है वह गलत है।
बीजेपी से जारी लिस्ट के आधार पर हो रही कार्रवाई- मसूद
विधायक आरिफ मसूद ने कहा, ऐसा मध्यप्रदेश में पहली बार हो रहा है एक व्यक्ति को गोली लगती है और FIR तक नहीं हो रही है। उन्होंने कहा कि निष्पक्षता से कार्रवाई नहीं हो रही, सरकार प्रायोजित दंगा कराना चाह रही है, लेकिन हमें पहले शांति व्यवस्था कायम करनी है। मध्य प्रदेश की जनता इसका ध्यान रखें। आरिफ मासूद ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी के कार्यालय से जारी लिस्ट के आधार पर कार्रवाई हो रही है।
वहीं पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने कहा कि इस पूरी घटना की निष्पक्षता के साथ जांच हो, इसके बाद कार्रवाई की जाए। जो दोषी नहीं है अगर उनके ऊपर अगर कार्रवाई हुई है तो कांग्रेस उनके साथ खड़ी है। उनके साथ लड़ाई लड़ेगी। किसी के साथ अन्याय नहीं होने देंगे।
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