भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल स्थित सतपुड़ा भवन में कल शाम 4 बजे लगी आग पर भले ही 20 घंटे बाद काबू पा लिया गया हो, लेकिन इस घटना से भड़की एमपी की सियासत अभी जारी है। मंगलवार को नेता प्रतिपक्ष की अगुवाई में कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल मौके पर पहुंचा। लेकिन पुलिस ने उनको अंदर जाने से रोका दिया। इससे नाराज होकर नेता प्रतिपक्ष के साथ कांग्रेस विधायक धरने पर बैठ गए।
पुलिस पर गंभीर आरोप
नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि मेरे साथ गए दलित और आदिवासी विधायक को पुलिस ने धक्का देकर बाहर निकाल दिया। जनप्रतिनिधियों का अपमान किया गया। उन्होंने कहा कि सरकार ने साजिश के तहत फाइलों को जलाया हैं। नर्सिंग घोटाले की जांच प्रभावित हो, इसलिए ये अग्निकांड किया गया है।
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वहीं कांग्रेस आदिवासी विधायक फुन्देलाल मार्को ने आरोप लगाते हुए कहा कि आदिम जाति कल्याण विभाग में स्कॉलरशिप घोटाले को खत्म करने के लिए आग लगाई गई।
इससे पहले सतपुड़ा अग्निकांड को लेकर पूर्व सीएम एवं पीसीसी चीफ कमलनाथ ने सरकार पर बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि आग लगी है या लगाई गई ये सबसे बड़ा सवाल है। 12 हजार फाइल जलने की बात सामने आई, लेकिन पता नहीं कितनी फाइलें जली है। इसके पीछे का उद्देश्य और लक्ष्य पता नहीं क्या था। कमलनाथ ने मामले की स्वतंत्र एजेंसी से जांच की मांग की है। कहा कि सरकार हर मोर्चे पर फेल हुई है।
वहीं आम आदमी पार्टी के सह प्रभारी और दिल्ली से विधायक प्रवीन कुमार ने कहा कि आग लगी नहीं, लगाई गई है। चुनाव से पहले घोटालों, गड़बड़ियों के सबूत मिटा दिए गए। जांच समिति में भी सरकार के ही लोग हैं तो जांच में निष्पक्षता की उम्मीद नहीं रखनी चाहिए। आग लगने के मामले में आम आदमी पार्टी न्यायिक लड़ाई लड़ेगी। आग लगाने का कृत्य करने वाले को आम आदमी पार्टी बख्शने वाली नहीं है।
बीजेपी ने कांग्रेस की बताई साजिश
बीजेपी प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने ट्विटर पर लिखा है कि- सतपुड़ा भवन में लगी आग वैसे तो एक सामान्य घटना है लेकिन इसकी जांच में, कहीं इसके पीछे कांग्रेस की कोई साजिश तो नहीं है , इस बिंदु पर भी जांच होना चाहिए। इधर प्रियंका गांधी का जबलपुर दौरा व उसी समय यह आग, इस टाइमिंग से कांग्रेस की साजिश की बू आ रही है। इधर आग और इधर तुरंत ही कांग्रेस के नेताओं के बयान, किसी गहरे षड्यंत्र की ओर इशारा कर रहे हैं। कांग्रेस की सत्ता की हवस उससे कुछ भी करा सकती है। कांग्रेस का चरित्र रहा है कि वह शुरू से ही आग व मौतों पर राजनीति करती आयी है। उन्होंने सरकार से मांग की है कि जांच में कमलनाथ सरकार के 15 माह के दौरान हुए घोटालों व भ्रष्टाचार के बिंदु को भी शामिल किया जाए।
सतपुड़ा भवन अग्निकांड में हनुमानजी की एंट्री
सतपुड़ा भवन अग्निकांड में हनुमानजी की एंट्री हो गई है। आचार्य प्रमोद कृष्मण ने ट्वीट किया है। उन्होंने ट्विटर पर लिखा है कि- हनुमान जी की महिमा अपरंपार है, कर्नाटक से सीधा भोपाल पहुंच गए और लंका दहन शुरू।
क्या है पूरा मामला
भोपाल में स्थित सतपुड़ा भवन में सोमवार शाम 4 बजे आग लग गई थी। जिसे मंगलवार दोपहर 12 बजे तक पूरी तरह बुझाई जा सकी। सीएम ने पीएम मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, और रक्षामंत्री राजनाथ को इसकी जानकारी दी और मदद मांगी। आग पर काबू पाने के लिए सेना ने भी मोर्चा संभाला। वहीं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने घटना को लेकर सुबह 10 बजे सीएम हाउस में रिव्यू मीटिंग की। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने बताया, ‘सीएम ने जांच के लिए हाई लेवल कमेटी गठित की है। कांग्रेस के आरोपों पर कहा कि ‘वहां कोई भी ऐसे महत्वपूर्ण दस्तावेज नहीं थे, जो इस तरह का काम किया जाए। कांग्रेस के आरोप बेबुनियाद है।
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