अजय शर्मा, भोपाल। केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (Central Bureau of Investigation) की टीम रेलवे के भ्रष्ट आरोपी अफसरों को लेकर राजधानी भोपाल पहुंची। जहां उन्हें सीबीआई कोर्ट में पेश किया गया। सभी आरोपियों को 28 जुलाई तक तक रिमांड पर भेजा गया है। दरअसल, CBI ने 50 हजार की रिश्वत लेने और देने के आरोप में रेलवे के डिप्टी इंजीनियर समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। अरेस्ट के बाद भोपाल DRM ऑफिस के साथ ही जबलपुर, कटनी, छिंदवाड़ा के आधे दर्जन से ज्यादा ठिकानों पर छापेमार कार्रवाई की गई। इस दौरान अहम दस्तावेज, नगद राशि भी बरामद की गई।
ये है पूरा मामला ?
मामला कटनी में भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की सड़क निर्माण से जुड़ा हैं। NHAI कटनी में सड़क निर्माण करवा रहा था। जिसका कॉन्ट्रैक्ट श्रीजी इंफ्रास्ट्रक्चर को दिया गया। निर्माण में रेलवे का ब्रिज आड़े आ रहा था। इसके लिए संबंधित कंपनी को अनापत्ति प्रमाण पत्र की जरूरत थी। लेकिन डिप्टी चीफ इंजीनियर एसके निगम ने इसके एवज में कंपनी से 50 हजार रूपये की रिश्वत मांगी थी।
सोमवार दोपहर को श्रीजी कंपनी में राम सजीवन पाल 50 हजार रुपये लेकर इंजीनियर के पास गेस्ट हाउस पहुंचे। जहां इंजीनियर ने पैसे रेलवे टेक्निशियन राकेश चौकसे को देने कहा था। जब चौकसे को राशि दी, उसी वक्त सीबीआई ने रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।
तीन लोगों को गिरफ्तार करने के बाद भोपाल DRM ऑफिस के साथ ही जबलपुर, कटनी, छिंदवाड़ा के आधे दर्जन से ज्यादा ठिकानों पर छापेमार कार्रवाई की गई। कटनी में श्री जी कंपनी के कार्यालय में सीबीआई, ACB जबलपुर ने छापा मारा। जहां अधिकारी कर्मचारी कार्यालय से फरार हो गए। कुठला थाना क्षेत्र के चाका बाई पास बने कार्यालय में CBI और ACB ने श्री जी के कार्यालय को सील कर दिया है। कंपनी के कार्यालय में नोटिस चस्पा किया गया है। बता दें कि श्री जी कंपनी नेशनल हाइवे के निर्माण कार्य का काम करती है। कंपनी जबलपुर, कटनी, मैहर नेशनल हाइवे सड़क मार्ग का निर्माण कार्य कर रही है।
Read more- Health Ministry Deploys an Expert Team to Kerala to Take Stock of Zika Virus
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक