शिखिल ब्यौहार, भोपाल। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में आज शुक्रवार को शिवराज कैबिनेट का विस्तार (Shivraj cabinet expansion) हो सकता है। बीजेपी (MP BJP Meeting) में आज भी बैठकों का दौर चलेगा। तीन मंत्रियों के नाम पर चर्चा की जाएगी। दो नेताओं का नाम लगभग तय माना जा रहा है, तीसरे पर मंथन जारी है। केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा बैठक करेंगे। सीएम शिवराज के बैतूल दौरे के बाद घोषणा हो सकती है।

दो नाम लगभग तय

मंत्री पद के लिए रीवा विधायक राजेंद्र शुक्ल और बालाघाट विधायक गौरीशंकर बिसेन का नाम लगभग तय माना जा रहा है। तीसरे नाम पर मंथन किया जा रहा है। राहुल लोधी का नाम भी दौड़ में सबसे आगे हैं। मंत्रिमंडल में लोधी वर्ग के प्रतिनिधि को जगह दी जानी है। दलित या आदिवासी वर्ग से भी एक मंत्री बनाने पर मंथन चल रहा है।

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चार मंत्रियों की जगह खाली

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) ने मंगलवार 22 अगस्त को अचानक राज्यपाल मंगू भाई पटेल (Governor Mangu Bhai Patel) से मुलाकात की। मुलाकात के बाद कैबिनेट विस्तार की अटकलें तेज हो गई। फिलहाल शिवराज कैबिनेट में चार मंत्रियों की जगह खाली है। माना जा रहा है कि जल्द ही कैबिनेट का विस्तार किया जाएगा।

राजेंद्र शुक्ल का राजनीतिक सफर

राजेंद्र शुक्ल का जन्म रीवा में 1964 को हुआ था। वो 1986 में सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज छात्र संघ के अध्यक्ष बने थे। फिर उन्होंने 2003 में विधानसभा चुनाव में चुनाव लड़कर राजनीति में सक्रिय रूप से शामिल हुए। राजेंद्र शुक्ल साल 2008 और 2013 में फिर विधानसभा सदस्य निर्वाचित हुए। 2013 में कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ भी ली थी। 2018 में भी उन्होंने जीत हासिल की।

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7 बार के विधायक दो बार के सांसद हैं गौरीशंकर बिसेन

गौरीशंकर बिसेन का जन्म 01 जनवरी 1952 को बालाघाट में हुआ था। सात बार विधायक और दो बार सांसद का चुनाव जीता हैं। अभी वो पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष हैं। पहली बार 1985 में गौरीशंकर बिसेन बालाघाट विधानसभा से विधायक चुने गए। 1990 में फिर से निर्वाचित हुए। 1993 उन्होंने बालाघाट से लगातार तीसरी जीत दर्ज की।

1998 में उनकी पत्नी रेखा गौरीशंकर बिसेन चुनाव लड़ी और हार गईं। जबकि गौरीशंकर बालाघाट लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से 12 वें लोकसभा सदस्य चुने गए। 2003 में गौरीशंकर बिसेन ने फिर से अपनी सीट पर वापसी की और जीत हासिल की। 2008, 2013, 2018 में भी वो विधानसभा सदस्य निर्वाचित हुए।

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