शिखिल ब्यौहार, भोपाल। कहते हैं, वक्त के साथ तरीके भी बदल जाते हैं और इस बार के चुनावों में भी ऐसा ही कुछ दिखाई भी दे रहा है। दरअसल, यहां बात पॉलिटिकल डिजिटलाइजेशन की हो रही है। बीते तीन माह में कांग्रेस हो या बीजेपी…दोनों ही 50 से ज्यादा वीडियो, एनीमेशन वीडियो, थीम से न सिर्फ लोगों को रिझाने की कोशिश की बल्कि वार-पलटवार भी किया। लेकिन, प्रदेश के चुनावी दौर में पहली बार ऐसा होगा कि अब डिजिटल सभाएं भी आयोजित की जाएगी। बीजेपी ने इसके लिए तैयारी भी शुरू कर दी है।
क्षेत्रीय मुद्दों के साथ हर-घर पहुंचने की तैयारी
इन डिजिटल सभाओं की खास बात यह है कि चुनाव के ठीक पहले अलग-अलग वर्ग, मुद्दें और क्षेत्रवार सियासत के दांव-पेंच से भी यह सभाएं होंगी। बीजेपी सोशल मीडिया और स्थानीय स्तर पर सभाओं का प्रचार-प्रसार करेगी। इन सभाओं को ऑनलाइन संबोधित करने के लिए वरिष्ट से लेकर क्षेत्रीय नेताओं के नाम और मुद्दों पर भी विचार मंथन भी शुरू हो गया है। साथ ही क्षेत्रीय लोगों को लुभाने के लिए क्षेत्रीय भाषा और क्षेत्रीय मुद्दों पर ही जोर होगा।
भाजपा ने कही ये बात
डिजिटल होती बीजेपी का कहना है कि मजबूत लोकतंत्र के लिए तकनीक का उपयोग किया जा रहा है। भाजपा नेता शिवम शुक्ला ने कहा कि हमेशा नवाचारों को अपनाया है। लिहाजा डिजिटल सभाओं के जरिए भी बीजेपी विकास की राजनीति करेगी। साथ ही कांग्रेस पर आरोप भी लगाया कि कांग्रेस सिर्फ भ्रम फैलाने का काम करती है। दिग्विजय सिंह से लेकर तमाम कांग्रेसी नेताओं ने सोशल मीडिया पर झूठ परोसने का काम किया है। धार्मिक भावनाओं को आहत करने के रचे गए षडयंत्र को कांग्रेस सोशल मीडिया के जरिए ही अंजाम दे रही है। बीजेपी भी राष्ट्रवादी विचारधारा के लिए इन्ही माध्यम से जवाब देने तैयार है।
कांग्रेस का पलटवार
इधर, कांग्रेस नेता स्वदेश शर्मा ने बीजेपी पर पलटवार करते हुए कहा कि वो जमाना कुछ और था और ये जमाना कुछ और है। लिहाजा डिजिटल हो या सोशल मीडिया टेक्नालॉजी के हर प्लेटफार्म का उपयोग कांग्रेस भी करती है। लेकिन बीजेपी अपनी हार के डर से अलग-अलग प्रपंच अपना रही है। लोगों को गुमहार करने के लिए ही बीजेपी ने डिजिटल सभाओं का नया प्लान तैयार किया है। जिसका जवाब कांग्रेस हर स्तर पर दे रही है।
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