राकेश चतुर्वेदी, भोपाल। राजनीतिक दलों को पार्षद उम्मीदवार की प्रचार सामग्री में महापौर का प्रचार करना महंगा पड़ सकता है। दरअसल, प्रचार को लेकर राज्य निर्वाचन आयोग ने गाइडलाइन की है। गाइडलाइन के अनुसार पार्षद की प्रचार सामग्री में महापौर का फोटो होने पर प्रचार सामग्री का आधा खर्चा पार्षद और आधा महापौर प्रत्याशी के खाते में जुड़ेगा। पोस्टर से लेकर प्रचार वाहन पर भी यही गाइडलाइन लागू रहेगी। व्यय-निगरानी दल प्रचार-प्रसार पर नजर रखेगा। राज्य निर्वाचन आयोग की इस गाइड लाइन से राजनीति दलों में हड़कंप मचा हुआ है।

कांग्रेस में पार्षद के लिए मंथन जारी

इधर, महापौर के लिए प्रत्याशी घोषित करने के बाद अब कांग्रेस पार्षद पद के लिए प्रत्याशियों को लेकर मंथन कर रही है। भोपाल नगर निगम में पार्षद पद के लिए उम्मीदवारों के चयन को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के निवास पर बैठक हो रही है। बैठक में पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी, पूर्व मंत्री आरिफ अकील, पूर्व मंत्री पीसी शर्मा, पूर्व मंत्री लखन घनघोरिया, पूर्व मंत्री तरुण भनोट, महापौर प्रत्याशी विभा पटेल, विधायक आरिफ मसूद मौजूद है।

महापौर टिकट मिलने का दावा, मनाया जश्न: पार्टी नेतृत्व ने सूची जारी करने से किया इनकार, इधर भोपाल-इंदौर में प्रत्याशी चयन को लेकर मंथन

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