अमृतांशी जोशी, भोपाल। राजधानी भोपाल (Bhopal) में पुलिस वाहनों के पहिए थम सकते हैं। क्योंकि पुलिस गाड़ियों में पेट्रोल-डीजल (Petrol-Diesel) भरवाने के लिए बजट का अभाव है। पेट्रोल-डीजल के लिए महज तीन दिन का बजट बचा है। भोपाल पुलिस ने वित्त विभाग को पत्र लिखकर ईंधन के लिए बजट की मांग की है।

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जानकारी के अनुसार, भोपाल की पुलिस वित्तीय संकट से जूझ रही है। पुलिस के पास कुछ दिन के लिए पेट्रोल-डीजल शेष बचा है। पीएचक्यू ने वित्त विभाग को लेटर लिखकर अतिरिक्त बजट मांगा है। अगर बजट मिल जाता है तो पुलिस वाहन दौड़ने लगेंगे, लेकिन अगर बजट नहीं मिलता है तो पुलिस वाहनों के पहिए थम जाएंगे। बता दें पेट्रोलिंग के लिए 300 वाहनों का उपयोग किया जाता है। इन वाहनों के पेट्रोल-डीजल पर हर साल करोड़ों रुपए खर्च होते हैं।

सरकारी पेट्रोल पंप पर आम लोगों के लिए पेट्रोल-डीजल वितरण बंद

नेहरु नगर पुलिस लाइन स्थित पुलिस पेट्रोल पंप से सरकारी वाहनों के साथ जनता को भी तेल बेचा जाता है, लेकिन अभी इस पेट्रोल पंप से जनता के लिए पेट्रोल-डीजल की बिक्री बंद कर दी गई है। पेट्रोल पंप कर्मचारी ने बताया कि ऊपर से आदेश दिया गया है कि सरकारी और पुलिस वाहनों के अलावा किसी को पेट्रोल और डीजल ना दिया जाए।

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ग्वालियर में भी बजट के अभाव में पुलिस वाहनों के चलने पर संकट खड़ा हो गया है। SSP अमित सांघी ने पुलिस वाहनों के ईंधन बजट की परेशानी को स्वीकारा है। उन्होंने कहा कि POL (पुलिस वाहन ईंधन बजट) नियमित रूप से प्राप्त होता रहता है।इस बजट के जरिये पुलिस वाहनों में पेट्रोल-डीजल भरवाया जाता है, और वह चलते हैं, लेकिन इस बजट का कोटा फिक्स रहता है। 3 दिन में बजट जारी होने की बात मुख्यालय से बताई गई है। तब तक सुचारू रूप से पुलिसिंग जारी रहे, कोई परेशानी न आये यह हमारी प्राथमिकता है। पुलिस वाहन खड़े न रह जाए इसके लिए पुलिस की लोकल व्यवस्था रहती है। हमने पुलिस लाइन फंड को डायवर्ट कर उसका उपयोग किया है। उस फंड के जरिये ईंधन की व्यवस्था कर ली गई है। अब 10 से 15 दिन तक पुलिस वाहनों के ईंधन से जुड़ी कोई परेशानी नहीं आएगी। पूरी उम्मीद है कि जल्द पर्याप्त फंड भी रिलीज कर दिया जाएगा

आंकड़ों में जानिए ग्वालियर पुलिस वाहनों से जुड़ी जानकारी

  • जिले में लगभग 150 चार पहिया वाहन हैं
  • लगभग 200 से ज्यादा मोटरसाइकिल हैं।
  • कुल पुलिस वाहन लगभग 350 हैं।
  • प्रतिदिन लगभग 700 लीटर डीजल खपत होता है।
  • प्रतिदिन पेट्रोल की खपत 300 लीटर है।
  • 20000 लीटर डीजल का स्टॉक किया पर्चेज
  • 10 से 15 दिनों के लिए ईंधन परेशानी से मिली राहत
  • एसएसपी विशेषाधिकार के जरिए पुलिस लाइन फंड के जरिए खरीदा गया ईंधन
  • जिले में एक करोड़ से ज्यादा के ईंधन से जुड़े बिल की है पुलिस पर उधारी
  • पुलिस मुख्यालय से बजट जारी होने पर उधारी से मिलेगी राहत

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