शब्बीर अहमद, भोपाल। विधानसभा चुनाव से पहले मध्य प्रदेश कांग्रेस (Madhya Pradesh Congress) के प्रदेश प्रभारी जेपी अग्रवाल (JP Aggarwal) हटाए जा सकते हैं। बताया जा रहा है कि जेपी अग्रवाल और पीसीसी चीफ कमलनाथ के बीच समन्वय नहीं बन पा रहा है। समन्वय ठीक नहीं होने के कारण ही जेपी अग्रवाल ने मध्यप्रदेश के दौरे पिछले 3 महीने में काफी कम किए हैं।
वहीं नए प्रदेश प्रभारी के दौड़ में राहुल गांधी के 2 नजदीकी नेताओं का नाम आगे है। कांग्रेस राष्ट्रीय महासचिव रणदीप सुरजेवाला और एक दक्षिण के नेता दौड़ में प्रदेश प्रभारी के दौड़ में शामिल हैं। सुरजेवाला के कमलनाथ से भी अच्छे रिश्ते हैं। साथ ही कर्नाटक में कांग्रेस को जीत दिलाने में सुरजेवाला ने अहम भूमिका निभाई थी। ऐसे में उनको प्रदेश प्रभारी की जिम्मेदारी मिल सकती है।
जेपी अग्रवाल और कमलनाथ में नहीं बैठ रही पटरी !
दरअसल, प्रदेश प्रभारी जेपी अग्रवाल और पीसीसी चीफ कमलनाथ के बीच में समन्वय नहीं बन पा रहा है। यही वजह है कि जेपी अग्रवाल ने पिछले 3 महीने में मध्यप्रदेश के दौरे काफी कम किए हैं। सिर्फ बड़े नेताओं के दौरे के दौरान ही जेपी अग्रवाल दिखाई देते हैं।
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जेपी अग्रवाल ने कमलनाथ के सीएम चेहरे को लेकर दर्ज कराई थी असहमति
पिछले दिनों जेपी अग्रवाल ने कमलनाथ के सीएम चेहरे को लेकर अपनी असहमति दर्ज कराई थी। उन्होंने कहा था कि- कमलनाथ के चेहरे पर आगामी विधानसभा चुनाव लड़ेंगे, लेकिन मुख्यमंत्री का चेहरा तय नहीं है। कमलनाथ हमारे पीसीसी चीफ है मैं उनकी बहुत आदर करता हूँ, लेकिन मुख्यमंत्री का चेहरा तय करना एक लंबा प्रोसेस है। एक पूरी कमेटी बैठकर चेहरे को तय करती है।
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