शब्बीर अहमद, भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल की क्राइम ब्रांच ने मणप्पुरम गोल्ड फायनेंस लिमिटेड कंपनी में हुए करोड़ों के घोटाले के मामले में कैशियर और ऑडिटर दो और लोगों की गिरफ्तारी की है। बता कि इस मामले में कंपनी के मैनेजर समेत 5 लोगों की गिरफ्तारी पहले ही हो चुकी है। आरोपियों ने कंपनी की इन्द्रपुरी ब्रांच में 4 करोड़ रुपए से ज्यादा की हेरफेर की है। वहीं कैशियर पर आरोप है कि ग्राहक के पैसे उसने मैनेजर को दिए। जबकि गड़बड़ी की जानकारी के बावजूद ऑडिटर ने इसे नजरअंदाज किया था। 

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शान ओ शौकत से हुआ प्रभावित

आरोपी संजय सैनी शाखा प्रबंधक मणप्पुरम गोल्ड लोन कंपनी लि. ने क्राइम ब्रांच को पूछताछ में बताया कि वो गौतमनगर में किराए से कमरा लेकर रहता है। पड़ोस में ही रविशंकर राजूपत जो कि ग्राम अनगोरी थाना साईखेड़ा जिला नरसिंहपुर का रहना वाला है, विगत दो-तीन वर्षों से गैंबलिंग ऐप कैसीनो, तीनपत्ती, रमी के अवैध व्यवसाय में साथियों सहित लिप्त रहता है। कई लोग उसके आगे पीछे घूमते हैं। जिससे संजय सैनी उससे प्रभावित हो गया उसने इसको भी गैंबलिंग की लत लगा दी।

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अपनी शाखा से पैसे निकालकर गेम में लगाए

शुरू में संजय सैनी ने दस-दस, बीस-बीस हजार रुपये रविशंकर राजूपत को देकर बैट लगाई। जिसमें जीतने के बाद आरोपी ने बड़ी बड़ी राशियां अपनी शाखा से निकालकर रविशंकर को देकर गेम में लगाई। बड़ी रकम हारने पर घाटा कवर करने के लिए आरोपी ने शाखा में ग्राहकों द्वारा रखे गए स्वर्ण आभूषणों में हेर-फेर किया। विगत एक वर्ष में चार करोड़ से अधिक की राशि का गबन कर गेम में लगा दिए।  

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