शब्बीर अहमद, भोपाल। मध्यप्रदेश सरकार किसानों को फर्जी बीज (Fake Seed) बेचने वालों पर सख्त नजर आ रही हैं। दरअसल, प्रदेश सरकार ने मुरैना (Morena) को राज्य बीज परीक्षण संस्थान (State Seed Testing Institute) का दर्जा दिया है। मुरैना जिले में बीज की जांच के लिए संचालक को जिम्मेदारी दी हैं। कृषि विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव अशोक बर्णवाल (Ashok Barnwal) ने इस संबंध में आदेश जारी किया है। बता दें कि प्रदेश में सबसे ज्यादा नकली बीज की शिकायत ग्वालियर चंबल (Gwalior Chambal) से सामने आई है।

आदेश में कहा गया कि बीज अधिनियम, 1966 (1966 का 54) की धारा 4 की उपधारा (2) द्वारा प्रदत्त शक्तियों को प्रयोग में लाते हुए, राज्य सरकार एतद्द्वारा बीच परीक्षण प्रयोगशाला, मुरैना को राज्य बीज परीक्षण प्रयोगशाला घोषित करती है, जहां बीज विश्लेषकों द्वारा बीज अधिनियम, 1966 तथा बीज नियम, 1968 के अधीन किसी भी अधिसूचित प्रकार या किस्म के बीजों का विहित रीति में विश्लेषण किया जाएगा।

मंदसौर गोलीकांड की 6वीं बरसी कल: कांग्रेस करेगी महासम्मलेन, कमलनाथ किसानों की सभा को करेंगे संबोधित

यह भी घोषित किया जाता है कि संचालक, किसान कल्याण तथा कृषि विकास, मध्यप्रदेश, संयुक्त संचालक, किसान कल्याण तथा कृषि विकास, मुरैना संभाग तथा राज्य के प्रतिनिषि प्रयोगशाला तथा उसके कार्यकरण का निरीक्षण करने या उसकी जांच करने के लिए तथा आवश्यक निर्देश देने के लिए एतद्द्वारा, प्राधिकृत अधिकारी होंगे। यह अधिसूचना मध्यप्रदेश राजपत्र में इसके प्रकाशन की तारीख से प्रवृत्त होगी।

MP के माथे से नहीं मिट रहा कुपोषण का कलंक: 78 हजार बच्चे कुपोषित, राजधानी समेत इन संभागों में बढ़ा कुपोषण

Read more- Health Ministry Deploys an Expert Team to Kerala to Take Stock of Zika Virus