अजय शर्मा, भोपाल/ इंद्रपाल सिंह, नर्मदापुरम। मध्यप्रदेश के नर्मदापुरम जिले के सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के चूरना परिक्षेत्र के डबरा रेंज में 25 जून को बाघ के शिकार मामले नई थ्योरी सामने आई है। गुरूवार को बाघ का सिर धांसई-भीमकुंड मार्ग पर मिला है। आशंका जताई जा रही है कि चूरना में सिर काटा जो बाघ का जो शव मिला था, उसी बाघ का सिर यह हो सकता है।
दरअसल, आज सुबह 6 बजे बीटागार्ड धांसई नारायण प्रसाद लोधी सुरक्षा श्रमिक के साथ नाके से गस्ती के लिए रवाना हुए थे। इसी दौरान धांसई नाले पर मांस का एक बड़ा टुकड़ा दिखाई दिया। इस बात की जानकारी बीटगार्ड ने वरिष्ठ अधिकारियों को दी। सूचना मिलते ही उपसंचालक सतपुड़ा टाइगर रिजर्व नर्मदापुरम संदीप फेलोज अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और घटना स्थल का बारीकी से निरीक्षण कर जरूरी दिशा निर्देश अधीनस्थ अधिकारी कर्मचारियों को दिया।
बाघ के सिर के सैंपल लिए गए और जांच के लिए वाइल्ड लाइफ फोरेंसिक एंड हेल्थ सेंटर जबलपुर भेजा गया है। जांच रिपोर्ट आने पर पता चलेगा कि यह जो बाघ का सिर मिला है। वह चूरना में कटे सिर का शव मिले बाघ का है या नहीं। इसके साथ ही सतपुड़ा टाइगर रिजर्व की टीम जहां बाघ का सिर मिला है। उस क्षेत्र से लगे ग्रामीण अंचलों में रहने वाले ग्रामीणों से पूछताछ कर रही है। मामले में पहले वन विभाग ने ने कहा था कि सिर शिकार ले गए। वन विभाग तर्क है कि कुत्ते टाइगर का सिर खा रहे थे। यह सब देख कर कहने वाले फॉरेस्ट अफसरों ने कुत्तों का न फोटो लिया न वीडियो बनाया। फिलहाल जांच रिपोर्ट आने के बाद ही सिर किसका है इसकी पुष्टि हो जाएगी।
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