शब्बीर अहमद, भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा का शीतकालीन सत्र अगले महीने से शुरू होने जा रहा है। राज्यपाल मंगुभाई पटेल (Governor Mangubhai Patel) ने सत्र की अधिसूचना जारी कर दी है। इस बार शीतकालीन सत्र पांच ही दिन का होगा।

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अधिसूचना में बताया गया है कि विधानसभा का शीतकालीन सत्र 19 दिसंबर से 23 दिसंबर तक चलेगा। वहीं इस बार सत्र काफी हंगामेदार रहने के आसार है। अगले साल चुनाव होने वाले हैं। ऐसे में विपक्ष कई मुद्दों को लेकर सरकार को घेरने की रणनीति बना रही है।

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द्वितीय अनुपूरक बजट भी इसी सत्र में पेश होगा

विधानसभा सत्र को लेकर संसदीय कार्य मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बताया कि 19 दिसंबर से 23 दिसंबर लगभग 1 सप्ताह का सत्र होने जा रहा है। कल से प्रश्न लगना शुरू हो जाएंगे। इस सत्र के दौरान 5 बैठकें होंगी। द्वितीय अनुपूरक बजट भी इसी सत्र में पेश होगा।

शीतकालीन सत्र पर सियासत शुरू

इधर, शीतकालीन सत्र पर सियासत भी शुरू हो गई है। छोटे सत्र पर विपक्ष ने सवाल उठाये हैं। नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह ने सरकार से मांग की है कि सत्र की समय अवधि बढ़ाई जाए। उन्होंने कहा कि, सरकार प्रजातंत्र का गला घोट रही है। चर्चा से भागना चाहती है। इसलिए सत्र को छोटा बुलाया गया है। सत्र की समयावधि बढ़ाकर जनता के मुद्दे पर चर्चा की जाए।

नरोत्तम मिश्रा ने पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस सिर्फ हंगामा करना जानती हैं। कांग्रेस चर्चा नहीं करती, चर्चा के वक्त हंगामा करती है। कांग्रेस जनहित के मुद्दों विधि संवत उठाएगी तो सरकार जवाब देने के लिए तैयार है।

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