राकेश चतुर्वेदी/अमृतांशी जोशी, भोपाल। मध्यप्रदेश में महात्मा गांधी की डिग्री पर सिसायत जारी है। मामले में कमलनाथ के मीडिया सलाहकार पीयूष बबेले का ट्वीट आया है। उन्होंने ट्विटर पर लिखा कि- जब से मोदी जी और स्मृति ईरानी जी की डिग्री पर सवाल शुरू हुए हैं तब से बड़ा लोचा है। ग्वालियर के एक कार्यक्रम में जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा कह रहे हैं कि महात्मा गांधी के पास कोई डिग्री नहीं थी। हुजूर वे बकायदा बैरिस्टर डिग्रीधारी थे। इनके चक्कर में उन्हें क्यों निपटा रहे हैं?

जिन्होंने माफी मांगी वे छूट गए

ट्विटर पर लिखा कि-गांधी जी सरदार भगत सिंह को फांसी से अवश्य बचा लेते, जिस तरह उन्होंने सावरकर को अंडमान से छुड़ाया था। बस उसके लिए भगत सिंह को भी वैसा ही माफीनामा लिखना पड़ता जैसा सावरकर ने लिखा था। जिन्होंने माफी मांगी वे छूट गए, जिन्होंने फांसी नहीं मांगी वे अमर हो गए।

बीजेपी बोली- गांधी जी को राजनीति से दूर रखिये

पीयूष बबेले के ट्वीट पर नरेंद्र सलूजा ने पलटवार किया है। बीजेपी प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने ट्विटर पर लिखा कि- अपनी राजनीति से कम से कम सम्मानीय गांधी जी को तो दूर रखिये। जिन गांधी जी ने सदैव अंग्रेजों से मोर्चा लिया, ऐसा लिखकर तो आप उनका उपहास उड़ा रहे है, उन्हें अंग्रेजों का मध्यस्थ बता रहे है। आपके मुताबिक अंग्रेज उनके मुताबिक फैसला लेते थे कि किसे फांसी देना है, किसे छोड़ना है।

कांग्रेस को गांधी पर बोलने का अधिकार नहीं

जम्मू कश्मीर के उप राज्यपाल के बयान पर कहा कि यदि कहा होगा तो तथ्य के आधार पर कहा होगा। बीजेपी प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने कहा कि इस संदर्भ में सुना है, लेकिन पूरा बयान नहीं सुना है। क्या कहा है किस संदर्भ में कहा है पूरा बयान मैंने ठीक ढंग से सुना नहीं है। उपराज्यपाल जी ने यदि कहा होगा तो तथ्य के आधार पर कहा होगा। हो सकता है किसी ने डर्टी पॉलिटिक्स करने के लिए बयान तोड़-मरोड़ दिया हो। बोले- कांग्रेस तो ट्वीट कर गांधीजी को अंग्रेज और क्रांतिकारियों के बीच मध्यस्थत बता रही है कांग्रेस को गांधी पर बोलने का अधिकार नहीं है।

Read more- Health Ministry Deploys an Expert Team to Kerala to Take Stock of Zika Virus