राकेश चतुर्वेदी,भोपाल। मध्यप्रदेश में चुनावी साल (MP मिशन 2023) में पूरे प्रदेशभर पुजारी (Priest) मालामाल होंगे। सरकार ने प्रदेश के मंदिर के (Temple) पुजारियों के लिए द्वार खोले हैं। अब पुजारी मंदिरों की जमीन लीज (Land lease) पर दे सकेंगे। जानकारी के अनुसार प्रदेश के 1320 मंदिरों की 4500 हेक्टेयर जमीन नीलाम (auction) कर सकेंगे। 10 एकड़ से अधिक भूमि तीन साल की लीज पर पुजारी दे सकेंगे। कलेक्टर (Collector) की जगह पुजारी जमीन नीलाम करेंगे। 10 एकड़ तक की कमाई पुजारी रखेंगे, शेष राशि मंदिर के खाते (Account) में जमा होगी।

इन पुजारियों की बल्ले-बल्ले
बता दें कि सरकार के अधीन 21 हजार 104 मंदिर हैं। 1320 मंदिर 10 एकड़ से अधिक कृषि भूमि वाले है। सरकार के इस निर्णय से महाकाल मंदिर, पीतांबरा पीठ, ओरछा का रामराजा मंदिर, मैहर माई परिसर का राम मंदिर, सलकनपुर मंदिर के पुजारियों की बल्ले बल्ले होगी।

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सरकार के इस निर्णय पर कांग्रेस ने तंज कसा है। पूर्व कानून मंत्री पीसी शर्मा ने कहा कि ब्राह्मणों के लिए कोई नई घोषणा नहीं है। पिछले साल भी यही घोषणाएं की गई थीं। ये सब चुनावी मैनेजमेंट है। कहा कि सरकार ब्राह्मणों के खिलाफ रही है। साल 2001 में दिग्विजय सिंह ने भगवान परशुराम की प्रतिमा लगवाई थी। परशुराम मंदिर में प्रतिमा स्थापित कराई थी।

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