राकेश चतुर्वेदी, भोपाल। तंत्र-मंत्र, ‘चमत्कार’ को लेकर देशभर में अभी बहस छिड़ी हुई है। इस बीच राजधानी भोपाल में चल रही जगतगुरु रामभद्राचार्यजी की रामकथा के बीच चौंकाने वाला वाक्या देखने को मिला। कथा के बीच अचानक बारिश होने पर कथा कर रहे रामभद्राचार्य जी ने मंच से कहा- इंद्र को बारिश रोकनी होगी। आज इंद्र को मेरा आदेश मानना होगा, फिर क्या था. मिनट भर के अंदर बारिश थम गई और वहां मौजूद भक्त भौंचक्के रह गए।

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यह वाक्या बुधवार को शाम करीब सवा पांच बजे घटित हुआ। भेल दशहरा मैदान पर रामकथा चल रही थी। इस दौरान भोपाल में अचानक मौसम बदला और तेज हवा के साथ बूंदाबांदी शुरू हो गई। बारिश थोड़ी तेज हुई तो कथा सुन रहे भक्त बारिश के बचने के जतन करने लगे। इस दौरान रामभद्राचार्य महाराज ने मंच से कहा- इंद्र को बारिश रोकनी होगी। आज इंद्र को मेरी आज्ञा का पालन करना होगा। महाराज के यह कहते ही बारिश थम गई। महाराज के ये शब्द निकलने के बाद बारिश थमी तो वहां मौजूद लोग हैरान रह गए। कुछ लोग तो इसे चमत्कार कहने लगे। कथा खत्म होने के करीब घंटे भर बाद फिर बूंदा-बांदी शुरू हुई।

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भोजपाल महोत्सव मेला समिति के संयोजक विकास वीरनी और अध्यक्ष सुनील यादव का कहना है कि महाराज का इंद्र को आदेश देना और बारिश थम जाना किसी चमत्कार से कम नहीं है। वहीं कथा सुनने आईं कस्तूरबा नगर निवासी मीना शर्मा और चंचल शर्मा ने कहा कि बादल ऐसे उमड़े थे, जैसे तेज बारिश होने जा रही है। अब ये चमत्कार हो या महज संयोग, लेकिन रामभद्राचार्य महाराज के आदेश के बाद तुरंत बारिश थम गई थी।

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