आशुतोष तिवारी, रीवा। भोपाल सुसाइड कांड में शुक्रवार को रीवा में मृतकों का अंतिम संस्कार किया गया। दोनों बच्चों को दफनाने के बाद पति-पत्नी को अग्नि संस्कार किया गया। इसके पहले चारों के शवों को बाईपास पर रखकर चक्का जाम कर दिया और शासन से मुआवजे की मांग की। सुसाइड करने वाला परिवार रीवा के चोराहटा थाना क्षेत्र स्थित अंबा गांव का निवासी है। पोस्टमार्टम के बाद गुरुवार की सुबह चारों के शवों को रीवा ले जाया गया। जिसके बाद एक साथ चारों की अर्थी उठता देख गांव में मातम पसर गया।
जानकारी के मुताबिक, भूपेंद्र विश्वकर्मा भोपाल में रातीबड़ स्थित शिव विहार कॉलोनी में रहते थे। भूपेंद्र कोलंबिया बेस्ट कंपनी में ऑनलाइन जॉब करते थे। भूपेंद्र पर काम के प्रेशर के साथ-साथ सिर पर कर्ज का भी काफी बोझ था। कंपनी ने भूपेंद्र का लैपटॉप हैक कर उसमें मिले कॉन्टैक्ट पर एडिटेड अश्लील वीडियो पोस्ट किए थे। इससे अहात हुए भूपेंद्र विश्वकर्मा ने आत्मघाती कदम उठाया। गुरुवार की सुबह 4:00 बजे के आसपास सबसे पहले भूपेंद्र ने अपने परिवार की एक सेल्फी फोटो अपने भतीजी को भेजी।
भूपेंद्र ने भतीजी को सेल्फी के साथ एक मैसेज भी भेजा। जिसमें लिखा था कि वह उनकी आखिरी सेल्फी है और आज के बाद हम कभी नहीं मिलेंगे। फिर दोनों बच्चे ऋतुराज और ऋषिराज को कोल्ड्रिंक में जहर मिलाकर उसे पिलाया। जिससे उनकी मौत हो गई। इसके बाद भूपेंद्र विश्वकर्मा और उनकी पत्नी दोनों ही फांसी के फंदे में झूलकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली।
भोपाल में परिवार के सुसाइड के बाद पुलिस ने जांच करते हुए शवों का पोस्टमार्टम करवाया और चारों शवों मृतक भूपेंद्र के रीवा स्थित अंबा गांव ले जाकर उनके परिजनों को सौंप दिया। बताया गया कि चारों शव श्मशान घाट पर अंतिम संस्कार के लिए रखे गए थे, लेकिन घटना से आहत परिवार शवों का अंतिम संस्कार न करते हुए दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए चारों शवों को बाईपास रोड पर रखकर जाम कर दिया।
परिजनों संग बाईपास में शव रखकर धरने पर बैठे विश्वकर्मा समाज के पदाधिकारी और सामाजिक कार्यकर्ता मनोज विश्वकर्मा का कहना है कि इस तरह के घटना की पुनरावृत्ति न हो इसके लिए वह धरने पर बैठे। मामले में दोषी कंपनी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। यह पूरा मामला एक तरह से हरासमेंट का है। कंपनी का रजिस्ट्रेशन निरस्त कर उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। परिवार के चार सदस्यों की मौत हुई है। इसके लिए वह सरकार से 1 करोड़ मुआवजे की मांग करते है। साथ की पूरे मामले की जांच CBI से कराने की मांग की है। जिससे बारीकी से मामले की जांच हो सके।
Read more- Health Ministry Deploys an Expert Team to Kerala to Take Stock of Zika Virus
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक