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शब्बीर अहमद,भोपाल/प्रदीप मालवीय,उज्जैन। केंद्रीय जेल भैरवगढ़ जिला उज्जैन की अधीक्षिका उषा राजे को जीपीएफ घोटाले के चलते हटा दिया गया है। जांच पूरी होने के बाद जेल मुख्यालय ने उषा राजे अधीक्षिका को इस मामले में अनियमितता बरतने के कारण तत्काल प्रभाव से जेल मुख्यालय भोपाल पर अस्थाई रूप से तैनात कर दिया है। जबकि, उनकी जगह पर देवास की जेल अधीक्षिका हिमानी मनवारे को उज्जैन का अतिरिक्त प्रभार अस्थाई रूप से सौंपा गया है। स्पेशल डीजी अरविंद कुमार के निर्देश पर यह कार्रवाई हुई है।
इस मामले में उज्जैन जेल अधीक्षक उषा राजे को भैरवगढ़ थाना पुलिस ने पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। पुलिस के मुताबिक उषा राजे जांच में सहयोग नहीं कर थी। इसलिए अब हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ की जा रही है। फरार प्रहरी रिपुदमन की गिरफ्तारी के बाद उषा राजे को पुलिस ने हिरासत में लिया है। बताया जा रहा है कि इस मामले में अभी और भी गिरफ्तारी हो सकती हैं।
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जेल के बाहर मनाया जश्न
अधीक्षिका उषा राज को हटाए जाने पर भैरवगढ़ केंद्रीय जेल के बाहर जेल कर्मचारियों के परिवारों ने ढोल बजाकर और पटाखे फोड़कर जश्न मनाया। बता दें कि अधीक्षका ने कर्मचारियों के भविष्य निधि खाते से 15 करोड़ से ज्यादा निकालकर हड़प लिए।वहीं आज नई जेल अधीक्षक हिमानी मनवारे ने सेंट्रल जेल भैरवगढ़ पहुंचकर पदभार ग्रहण कर लिया। इसके बाद उन्होंने जेल अधिकारियों को साथ लेकर भैरवगढ़ जेल का निरीक्षण किया।
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जीपीएफ ट्रांजेक्शन में मिली गड़बड़ियां
इस मामले में जिला कलेक्टर द्वारा 11 मार्च को जिला कोषालय उज्जैन के प्रारंभिक जांच में केंद्रीय जेल के फर्जी दस्तावेज के आधार पर जीपीएफ ट्रांजेक्शन में गड़बड़ियां मिली। जिसमें से राशि एक ही खाते में ट्रांसफर कर अनियमित फर्जी भुगतान IFMIS सॉफ्टवेयर के इस्तेमाल से किए जाने की जानकारी दी थी। जांच में 13 करोड़ 50 लाख 46,325 रुपए की राशि का अनियमित भुगतान हुआ था। इस मामले के सामने आते ही जेल मुख्यालय द्वारा जेल उप महानिरीक्षक (कल्याण) की अध्यक्षता में उच्चस्तरीय समिति गठित की गई। जिसकी जांच में लगभग 15 करोड़ का अनियमित भुगतान और गबन किया जाना पाया गया।
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