शब्बीर अहमद,भोपाल। मध्यप्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपने विभाग की जानकारी दी. मंत्री विश्वास ने प्रदेशवासियों को चिकित्सा के क्षेत्र में 2 बड़ी सौगात दी है. भोपाल, जबलपुर, ग्वालियर और रीवा के मेडिकल कॉलेज में स्टेम सेल थेरेपी से बोन मैरो ट्रांसप्लांट स्थापित होगा. इन जिलों में पीडियाट्रिक कैंसर यूनिट भी स्थापना होगी.

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पहले चरण में जीएमसी में 6 बिस्तर बोन मैरो ट्रांसप्लांट यूनिट और 24 बिस्तर पीडियाट्रिक कैंसर यूनिट स्थापित होगी. एक साल में लगभग 20 बोन मैरो ट्रांसप्लांट करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. यहां मरीज का पूरी तरह से निशुल्क इलाज होगा. इलाज में 10 से 30 लाख तक का खर्च आता है. अगले 6 महीने के अंदर बोन मैरो ट्रांसप्लांट शुरू होगा.

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उन्होंने कहा कि इससे लोगों को रिसर्च करने में भी मदद मिलेगी. पहले इसकी चार मेडिकल में इसकी शुरूआत की जा रही है. इसके बाद आगे इसका विस्तार किया जाएगा. बच्चों के कैंसर के लिए 24 बिस्तर की स्थापना की जाएगी. हमारे मेडिकल कॉलेज में रिसर्च औऱ डेवलवमेंट को मजबूत करेंगे. इसके माध्यम से अन्य बीमारियों का भी इलाज कर सके, इसकी भी हम व्यवस्था करेंगे. डॉक्टर प्रकाश सतनामी इसके लिए निशुल्क सहयोग दे रहे हैं.  

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बता दें कि बोन मैरो ट्रांसप्लांटेशन (बीएमटी) या स्टेम सेल ट्रांसप्लांट एक प्रक्रिया है. जिसमें रोग ग्रस्त या क्षतिग्रस्त बोन मैरो के स्थान पर एक स्वस्थ रक्त उत्पादक बोन मैरो को प्रतिस्थापित किया जाता है.

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