मोसीम तडवी,बुरहानपुर। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के बुरहानपुर जिले (Burhanpur District) में जहां एक तरफ आशा-उषा कार्यकर्ताओं ने अपनी 13 सूत्रीय मांगों को लेकर रैली निकाली है। वहीं दूसरी तरफ तीन महीने का वेतन नहीं मिलने से नाराज अतिथि शिक्षकों ने बीआरसी कार्यालय के गेट पर धरना दिया है।

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13 सूत्रीय मांगों को लेकर सड़कों पर उतरी आशा-उषा कार्यकर्ता  

पिछले करीब 18 सालों से अस्पतालों में अपनी सेवाएं दे रही आशा-उषा कार्यकर्ता अपनी 13 सूत्रीय मांगों को लेकर सड़क पर उतरीं। इसमें सबसे बड़ी मांग नियमितीकरण को लेकर है। इन सभी महिला कार्यकर्ताओं ने चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर उन्हें आने वाले दिनों में नियमित नहीं किया गया तो वे अनिश्चितकालीन हड़ताल करेगी। आशा-उषा कार्यकर्ता शहर के अलग अलग कोने से रैली निकालकर कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंची और मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। गेट के सामने एक दिन के लिए धरना देकर विरोध जताया।

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इधर तीन माह से वेतन नहीं मिलने से नाराज अतिथि शिक्षकों ने बीआरसी कार्यालय गेट के सामने धरना दिया। जिले के 452 अतिथि शिक्षकों को तीन माह से वेतन नहीं मिला है, जिससे वे काफी परेशान है। इन्होंने अपना विरोध दर्ज कराते हुए धरने पर बैठ गए। बीआरसी कार्यालय में धरना दे रहे इन अतिथि शिक्षकों का आरोप है कि जिला स्तर में ही लापरवाही होती है, इस कारण उन्हें समय पर वेतन नहीं मिल पाता है। उन्होंने मांग करते हए कहा कि उनकी वेतन संबंधी समस्या का जल्द से जल्द समाधान होना चाहिए, नहीं तो आने वाले समय में वे उग्र आंदोलन करेंगे। 

BURAHNPUR

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