जालंधर : रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच वहां फंसे भारतीय युवकों की तलाश में उनके परिवारों ने जालंधर के सांसद और पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी से मुलाकात की. परिवारों ने चन्नी से इस मुद्दे को संसद में उठाने की अपील की, जिस पर उन्होंने जल्द से जल्द इसे सदन में रखने का आश्वासन दिया.


चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा कि उन्हें पहली बार इस मामले की जानकारी मिली है और वह पूरी कोशिश करेंगे कि प्रभावित परिवारों की हर संभव मदद की जाए. उन्होंने कहा, “अगर जरूरत पड़ी तो मैं खुद भी रूस जाऊंगा, लेकिन हमारे लोग वहां सुरक्षित मिलने चाहिए.”


सांसद ने बताया कि कुछ एजेंटों के जरिए भारतीय युवाओं को इटली भेजने का झांसा देकर रूस भेजा गया, जहां उन्हें जबरन रूसी सेना में भर्ती कर लिया गया और युद्ध में झोंक दिया गया. परिवारों का आरोप है कि उनके बच्चों का गलत इस्तेमाल किया जा रहा है.


लापता युवकों की सूची तैयार, विदेश मंत्री से करेंगे मुलाकात


चन्नी ने कहा कि उन्होंने परिवारों से लापता युवकों की सूची ले ली है और जल्द ही इसे संसद में पेश करेंगे. साथ ही, विदेश मंत्री और लोकसभा स्पीकर से मिलकर इस मामले को गंभीरता से उठाने की बात करेंगे. उन्होंने कहा, “अगर सरकार तत्काल कार्रवाई नहीं करती, तो मैं खुद रूस जाकर इन युवाओं को तलाशने का प्रयास करूंगा.”


रूस में फंसे युवाओं के परिवार परेशान, जल्द करेंगे यात्रा


गोराया (जालंधर) के रहने वाले जगदीप कुमार ने बताया कि उनका भाई मनदीप कुमार पिछले एक साल से रूस में है, लेकिन पिछले एक साल से उसका कोई अता-पता नहीं है. उन्होंने कहा, “हम जल्द ही रूस जाने वाले हैं, लेकिन इससे पहले सांसद चन्नी से मिले हैं ताकि वे इस मुद्दे को संसद में उठाएं और सरकार हमारी मदद करे.”
उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ के अजीमुद्दीन और अजय यादव भी चन्नी से मिले और अपनी परेशानियां बताईं. अजीमुद्दीन ने कहा, “मैं दुबई में नौकरी करता था, लेकिन अपने भाई की तलाश में भारत आ गया हूं. अब रूस जाने की तैयारी कर रहा हूं. हमने सरकार से मदद की गुहार लगाई है.”


सांसद चन्नी का आश्वासन- जल्द उठाएंगे मुद्दा


चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा कि यह मामला बहुत गंभीर है और वह इसे संसद में उठाने के साथ ही केंद्र सरकार से इस पर ठोस कदम उठाने की मांग करेंगे. उन्होंने भरोसा दिलाया कि वे लापता युवाओं को वापस लाने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे.