शरद पाठक, छिंदवाड़ा। मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा जिले (Chhindwara) में कुछ दिनों पहले महिला बाल विकास परियोजना अधिकारी (Officer) ने आत्महत्या (Suicide) कर ली थी। इस मामले में जांच में आए तथ्यों के आधार पर पुलिस ने बैतूल जिले के दो महिला बाल विकास अधिकारी निर्मल सिंह ठाकुर और बृजेश विश्वकर्मा को गिरफ्तार (Arrest) किया है। बताया गया कि क्रिप्टो करेंसी (Crypto Currency) में प्रॉफिट (Profit) का लालच देकर इन लोगों का पैसा इन्वेस्ट (Invest) किया। जब पैसा डूब गया तो वापस देने का दबाव बनाया। जिससे तंग आकर अधिकारी ने सुसाइड कर लिया था।

दरअसल, पूर्व महिला बाल विकास परियोजना अधिकारी मनोज वानखेड़े द्वारा स्वयं के पैसे के अलावा दूसरे लोगों को क्रिप्टो करेंसी में पैसे इन्वेस्ट करने के लिए प्रेरित किया गया था। मनोज वानखेड़े ने मोटे प्रॉफिट का लालच देकर इन लोगों का पैसा इन्वेस्ट कर दिया। जब पैसा डूब गया तो इन लोगों द्वारा लगातार अपने पैसे वापस लेने के लिए दबाव बनाया जा रहा था। पुलिस ने बताया कि इन लोगों का काफी पैसा लौटा दिया था। इसके बावजूद लगातार दबाव बनाया जा रहा था।

MP: छात्राओं को ‘बैड टच’ करता था टीचर, स्कूल में दिखाता अश्लील VIDEO, फिर एकांत रूम में आने का बनाता था दबाव

इतना ही नहीं सीएम हेल्पलाइन (CM Helpline) में शिकायत (Complaint) भी कर दी थी। जिसके कारण महिला बाल विकास अधिकारी को आत्महत्या के लिए मजबूर होना पड़ा। इस मामले में पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार करके अदालत (Court) में पेश किया। जहां से उनको न्यायिक हिरासत (Judicial Custody) में भेजा गया है।

MP: रिटायरमेंट के बाद पूर्व जनपद CEO गिरफ्तार, जानिए क्या है पूरा मामला ?

मृतक मनोज वानखेड़े

Read more- Health Ministry Deploys an Expert Team to Kerala to Take Stock of Zika Virus