शरद पाठक, छिंदवाड़ा। मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा में लोधीखेड़ा-खमरपानी मार्ग के बीच कन्हान नदी का रंगारी पुल बीते दो साल से पूरी तरह क्षतिग्रस्त है। लोधीखेड़ा से जुड़े लगभग 52 गावों का संपर्क टूटे हुए कई महीने हो गए। ग्रामीणों ने कई बार जवाबदारों को इस संबंध में अवगत कराया, ज्ञापन भी सौंपा गया, लेकिन अब तक कोई बात नहीं बन सकी।

राहगीर जान हथेली पर रखकर पुल से आवागमन कर रहे हैं। बच्चों का स्कूल कॉलेज जाना मुश्किल है, मरीजों को अस्पताल ले जाने में परेशानी है, यहां तक की एंबुलेंस को भी जाने के लिए 20 किलोमीटर घूम कर दूसरे रास्ते से जाना पड़ता है।

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बच्चे, बूढ़े, महिलाएं आये दिन इस पुलिये से जाते-आते गिरते है। गाड़ियां फिसलती है, लोगों की जान जोखिम में रहती है, लेकिन मदद के लिए कोई आगे नहीं आ रहा है।

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साफ दिखाई दे रहा है किस तरह से लोग टूटे हुए पुल से रस्सी बांधकर मोटरसाइकिल खींचकर दूसरी तरफ पहुंचा रहे हैं। इस तरह से पुल पार करते समय गाड़ियां दुर्घटनाग्रस्त हो रही है, ऐसे में यहां कोई भी बड़ी दुर्घटना हो सकती है। लेकिन गांव वालों की मजबूरी है कि उनके पास कोई दूसरा रास्ता नहीं है।

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