राकेश चतुर्वेदी, भोपाल/ हेमंत शर्मा। मध्यप्रदेश के नागदा की घटना के बाद बाल आयोग ने सख्त रुख अख्तियार कर लिया है। आयोग ने सभी जिलों के यातायात एसपी, आरटीओ और जिला शिक्षा अधिकारियों को स्कूल बस और वैन की सप्ताह में दो बार जांच करने के निर्देश दिए हैं। बाल आयोग के सदस्य ब्रजेश चौहान ने बताया कि पूर्व में भी दिशा-निर्देश जारी किए गए थे, लेकिन जमीन पर दिशा-निर्देशों का पालन नहीं हो रहा था। अब नए सिरे से आदेश जारी किए गए हैं।

VIDEO: चाकू दिखाकर सिटी बस ड्राइवर से वसूली, आरोपी गिरफ्तार, इधर निजी स्कूल के टॉयलेट में लगे मिले CCTV कैमरे, चाइल्ड लाइन ने थमाया नोटिस

सांसद शंकर लालवानी ने ब्लड देकर बचाई बच्चे की जान

इधर, इंदौर के सांसद शंकर लालवानी ने अपना ब्लड देकर उज्जैन के उन्हेल हादसे में घायल एक बच्चे की जान बचाई। दरअसल, कल नागदा उन्हेल के बीच बच्चों से भरी वैन का एक्सीडेंट हो गया था। जिससे 4 बच्चों की मौत हो गई थी और 11 बच्चे घायल हुए थे। उनमें से 4 गंभीर घायल बच्चों को इंदौर रेफर किया गया है, जिनका इलाज शहर के अलग-अलग अस्पतालों में चल रहा है। इस एक्सीडेंट में घायल बच्चे पराग जैन को बी-निगेटिव ब्लड की आवश्यकता थी। ये ब्लड ग्रुप बहुत दुर्लभ होने की वजह से मिल नहीं रहा था। लेकिन जैसे ही सांसद को पता चला तो उन्होंने चौइथराम अस्पताल जाकर अपना ब्लड डोनेट किया। जिससे पराग जैन की जान बच गई, हालांकि पराग जैन अभी कोमा में है।पराग जैन को लीवर और न्यूरो की समस्या है, जिसका इलाज किया जा रहा है और स्थिति में सुधार हो रहा है।

पहले हाथ की नस काटी, फिर टावर पर चढ़ा युवक: पत्नी को मायके से घर लाने की जिद पर अड़ा, मनाने में पुलिस के छूटे पसीने

वहीं सांसद शंकर लालवानी ने अस्पताल पहुंचकर दूसरे घायल बच्चों के स्वास्थ्य के बारे में भी जानकारी ली और घायल बच्चों के परिजनो को हरसंभव मदद का आश्वासन दिया। सांसद शंकर लालवानी ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने निर्देश दिए कि बच्चों के इलाज में कोई कमी नहीं होनी चाहिए। ये बच्चे बॉम्बे अस्पताल, सीएचएल हॉस्पिटल और चौइथराम अस्पताल में भर्ती हैं। इनके परिवारवालों से संपर्क में हूं। पराग जैन को स्वस्थ होने में कुछ समय लग जाएगा। एक बच्ची का ऑपरेशन होना है, लेकिन वो खतरे से बाहर है, उसकी रिकवरी जल्द हो जाएगी। दो और बच्चे खतरे से बाहर हैं।

सड़क हादसे के शिकार हुए थे 15 छात्र

सोमवार को उज्जैन- उन्हेल-नागदा मार्ग पर नागदा के फातिमा कान्वेंट स्कूल और एगोशदीप स्कूल के 15 छात्रों से भरा तूफान वाहन की एक ट्रक से जोरदार टक्कर हो गई थी। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि तूफान वाहन पूरी तरह से पिचककर पलट गया था। इस हादसे में 4 बच्चों की मौत हो गई थी, जबकि 11 बच्चे घायल हो गए थे। जिनमें से 4 को इंदौर रेफर किया गया है। बाकि बच्चों का इलाज उज्जैन के अस्पताल में चल रहा है।

MP में आर्थिक तंगी की वजह से खत्म हुआ एक परिवार ! लोन की किस्त नहीं चुका पा रहा था युवक, पत्नी और 2 मासूम बच्चों को जहर पिलाकर कर ली आत्महत्या

Read more- Health Ministry Deploys an Expert Team to Kerala to Take Stock of Zika Virus