अमृतांशी जोशी, भोपाल। मध्यप्रदेश में नगरीय निकाय चुनाव के लिए नामांकन प्रक्रिया समाप्त हो चुकी है। अब नाम वापसी और चुनाव चिन्ह आवंटन प्रक्रिया शेष हैं। नामांकन दाखिले के बाद पार्टी के रूठे हुए और बागियों को नाम वापसी के लिए मनाने के लिए दोनों पार्टी बीजेपी -कांग्रेस में चुनौती है। पार्टी के बड़े नेता अब बागियों को मनाने की रणनीति में जुट गए हैं। बागियों को पार्टी की रीति नीति का हवाला देकर बतौर निर्दलीय चुनाव नहीं लड़ने के लिए मनाया जाएगा। इसके लिए बड़े पदाधिकारियों को जिम्मेदारियां दी जा रही है।
इसी कड़ी में कांग्रेस में आज पूर्व सीएम कमलनाथ निकाय चुनाव को लेकर रणनीति तैयार करेंगे। कमलनाथ के निवास पर जिले के प्रभारियों की बैठक होगी। बैठक सुबह 11 बजे शुरू होगी। जिले के प्रभारी और पर्यवेक्षकों के साथ चुनावी प्लान तैयार होगी। जिलों की प्रभारी कमलनाथ को रिपोर्ट सौंपेंगे। वहीं पूर्व सीएम जिलों की समीक्षा करेंगे। पूर्व CM कमलनाथ इस्तीफा देने वालों (बागियों) को मनाने के लिए बड़े नेताओं को जिम्मेदारी देंगे। इस्तीफा देने वालों की सूची तैयार होगी।शिकायतों को दूर करने के लिए कांग्रेस कमेटी बड़ी बैठक करेगी।
बता दें कि कल शनिवार को नामांकन दाखिले के आखिरी दिन टिकट नहीं मिलने से रूठे कार्यकर्ताओं का इस्तीफा देने का सिलसिला दिनभर चला था।
इधर बीजेपी (BJP) में भी टिकट न मिलने से कई कार्यकर्ताओं में असंतोष नजर आया है। डैमेज कंट्रोल के लिए बीजेपी ने भी खास रणनीति तैयार की है। पार्टी ने अपने सांसद, विधायकों और पूर्व संभागीय संगठन मंत्रियों को डैमेज कंट्रोल के काम में लगाया है। बड़े शहरों के मामलों को निपटाने के लिए प्रदेश कार्यालय में रणनीति बनायी गई है। बताया जाता है कि खुद बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा पार्टी मुख्यालय में रहकर बागियों से बात करेंगे और उन्हें मनाने की कोशिश की जाएगी।
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