भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कांग्रेस के एक विधायक को भारतीय जनता पार्टी में आने का खुला ऑफर दिया है। सीएम ने मंच से MLA को संबोधित करते हुए कहा कि ‘कहां गलत पटरी में बैठे हुए हो, मेरे साथ आओ।’ कौन है वह कांग्रेस विधायक आइए जानते है जिन्हें प्रदेश के मुखिया ने खुद बीजेपी में आने का प्रस्ताव दिया है।

दरअसल, मंगलवार को जबलपुर के वेटनरी कॉलेज ग्राउंड में कार्यक्रम आयोजित किया गया था। जहां केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी और मुख्यमंत्री मोहन यादव ने प्रदेशवासियों को 2300 करोड़ से अधिक की लागत की 9 सड़क परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास कर बड़ी सौगात दी। इस कार्यक्रम में डिंडोरी से कांग्रेस विधायक ओमकार सिंह मरकाम भी मौजूद थे।

‘कहां गलत पटरी में बैठे हुए हो, मेरे साथ आओ…’, CM मोहन ने मंच से कांग्रेस विधायक को दिया BJP में आने का खुला ऑफर

इस दौरान सीएम मोहन ने मंच से संबोधित करते हुए उन्हें बीजेपी में आने का ऑफर दिया। मुख्यमंत्री की बात सुनकर कार्यक्रम में मौजूद लोग तालियां बजाने लगे। उन्होंने ओमकार सिंह मरकाम को बीजेपी में आने का ऑफर देते हुए कहा कि कहां गलत पटरी में बैठे हुए हो, मेरे साथ आओ, क्या मतलब है।

कौन है ओमकार सिंह मरकाम

ओमकार सिंह मरकाम का जन्म 2 मई 1976 को डिंडोरी जिले के बरनई गांव में हुआ था। स्वर्गीय ननकू सिंह मरकाम के पुत्र ओमकार ने समाजशास्त्र में एमए किया है। वे मध्य प्रदेश के एक राजनीतिज्ञ हैं। वे मध्य प्रदेश के डिंडोरी निर्वाचन क्षेत्र से चार बार विधायक हैं। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने ओमकार सिंह मरकाम को आदिवासी कांग्रेस का प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया है। ओमकार मरकाम मध्य प्रदेश के जनजातीय कार्य विभाग, विमुक्त घुमंतू एवं अर्ध-घुमक्कड़ जनजाति कल्याण विभाग के कैबिनेट मंत्री थे। वे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का सदस्य है।

4 बार के विधायक

उन्होंने 2008, 2013, 2018 और 2023 में मध्य प्रदेश से विधान सभा चुनाव जीता। चुनाव जीतने के बाद वे विधानसभा के सदस्य बने। 2014 में उन्हें लोकसभा चुनाव के लिए मंडला क्षेत्र से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के उम्मीदवार के रूप में घोषित किया गया था। वे मध्य प्रदेश कांग्रेस के महासचिव हैं।

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मोहन से मिलने पहुंचे थे मरकाम, पुलिस ने घसीटकर फेंक दिया था

साल 2020 में एमपी में कमलनाथ की सराकर गिरने के बाद शिवराज सरकार बनी। जिसमें मोहन यादव को उच्च शिक्षा मंत्री बनाया गया। साथ ही मोहन यादव को डिंडोरी जिले का प्रभार सौंपा गया था। तत्कालीन उच्च शिक्षा मंत्री एवं जिले के प्रभारी मंत्री डॉ मोहन यादव डिंडौरी के दौरे पर थे। उस वक्त मोहन यादव से मुलाकात करने गए कांग्रेस विधायक एवं पूर्व मंत्री ओमकार सिंह मरकाम को जिला प्रशासन ने बलपूर्वक उठाकर सड़क के किनारे फेंक दिया।

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दरअसल, तत्कालीन प्रभारी मंत्री से विधायक ओमकार सिंह मरकाम ने मिलने की इच्छा जाहिर की थी। जहां कलेक्टर रत्नाकर झा ने विधायक को मंत्री से मिलने नहीं दिया। इस बात पर विधायक उसी मार्ग बैठ गए जहां से मोहन यादव का काफिला गुजरने वाला था। विधायक बार बार कह रहे थे कि उन्हें मिलने दिया जाए, लेकिन जिला प्रशासन ने उनकी एक न सुनी। कांग्रेस विधायक कलेक्टर सहित कई पुलिसकर्मियों ने उनके हाथ पैर पकड़कर उन्हें जमकर घसीटा और सड़क के बाहर फेंक दिया था।

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