शब्बीर अहमद, भोपाल। SIR को लेकर मध्यप्रदेश कांग्रेस की संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने सरकार पर हमला बोला है। जीतू पटवारी ने कहा- हस्ताक्षर अभियान के फॉर्म AICC को सौपे जाएंगे। पूरी देश से जमा हुए हस्ताक्षर को राष्ट्रपति को सौंपा जाएगा।

लोकतंत्र को लूटा जा रहा है, चुनाव आयोग फेल हो चुका

मामले को लेकर नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा- हर प्रदेश में लोकतंत्र को लूटा जा रहा है, चुनाव आयोग फेल हो चुका है।चुनाव आयोग ने लंबे समय से राजनीतिक दल के साथ बैठक नहीं की है। विदेशी व्यक्ति के नाम पर वोटर लिस्ट में गड़बड़ी हुई है। छठ पूजा के नाम पर बड़े पैमाने पर बिहार पहुंचे बीजेपी समर्थकों ने फर्जी वोट डाले। मैंने जो आरोप लगाए तथ्यों के साथ उस पर चुनाव आयोग ने कोई जवाब नहीं दिया।

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मध्यप्रदेश में 50 लाख नाम काट दिए जाएंगे

ज्ञानेश कुमार बीजेपी के एजेंट के रूप में काम कर रहे है। जिनका काम कट रहा है उनकी जानकारी राजनीतिक दल और वेबसाइट पर डाला चाहिए। Sir में मध्यप्रदेश में 50 लाख नाम काट दिए जाएंगे। मेरी विधानसभा में कल तक सिर्फ 20 हजार फॉर्म बंटे हैं। आरएसएस मानसिकता के शिक्षक को sir की जिम्मेदारी दी गई है। आरएसएस मानसिकता के शिक्षक कांग्रेस से जुड़े वोट काटेंगे। आरएसएस से जुड़े शिक्षक को क्यों नहीं रोका गया।

फॉर्म में नागरिकता से जुड़े दस्तावेज मांगे जा रहे

पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा- SiR के नए नियम बनाये वो पुराने वाले से अधिक। नागरिक होने का प्रमाणपत्र मांगे जा रहे है। पहले घर घर जाकर BLO फॉर्म भरवाते थे, अब BLO घर जाकर फॉर्म दे रहे हैं और बाद में भरा हुआ लेंगे। जिसका नाम वोटर लिस्ट में नहीं क्या वो देश का नागरिक नहीं। बिहार में 62 लाख नाम कटे और पहले फेस में कई लोगों ने कहां हमारे नाम वोटर लिस्ट में नहीं तो क्या वो नागरिक नहीं हैं। फॉर्म में नागरिकता से जुड़े दस्तावेज मांगे जा रहे हैं।

बीजेपी सिर्फ 2400 घुसपैठिये ढूढ़ पाई

बीजेपी शासन में सिर्फ 2400 घुसपैठिये ढूढ़ पाई है। यूपीए सरकार में हमने 84 हजार लोगों को बाहर किया था जो घुसपैठियों थे। यूपीए सरकार में जितने हमने घुसपैठिये पता लगाए थे उसका ये 3 फीसदी भी नहीं है। चुनाव की घोषणा होते ही वोटर लिस्ट को फ्रीज कर देना चाहिए। ना उसमें नाम कटना चाहिए ना उसमें बढ़ना चाहिए। पोलिंग बूथ पर अलग वोटर लिस्ट और उम्मीदवार को अलग वोटर लिस्ट मिल रही है। दिग्विजय ने सवाल उठाया कि- अलग-अलग वोटर लिस्ट क्यों?

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