राकेश चतुर्वेदी/अमृतांशी जोशी,भोपाल। मध्यप्रदेश से कांग्रेस के राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा को दोबारा राज्यसभा भेजा जा रहा है. आज विवेक तन्खा ने राज्यसभा उम्मीदवार के तौर पर अपना नामांकन दाखिल कर दिया है. तन्खा पहले कांग्रेस कार्यालय पहुंचे, जहां से कांग्रेस नेताओं के साथ विधानसभा पहुंचकर अपना नामांकन दाखिल किया.

विवेक तन्खा ने कहा कि उपयोगिता के आधार पर मेरा नाम आगे किया गया है. अभी कांग्रेस पार्टी को मेरी उपयोगिता अधिक लगी. मुझे लगा कि मेरे से अधिक और कोई उपयोगी है, तो मैं उसका नाम आगे कर दूंगा. जो बीजेपी में चले गए मैं उनके भी काम का हूं.

नामांकन दाखिल करने के बाद विवेक तन्खा ने कहा कि नैतिक मूल्यों की सरकार चाहता हूं. अनैतिक सरकारों को मैं बिलकुल नज़र में नहीं लाना चाहता. सरकार विधानसभा के फ़्लोर में गिरती है, ना की विधायकों को बैंगलोर ले जाकर गिरती है. मैं अकेला कश्मीरी पंडित में राज्यसभा में पार्लियामेंट में हूं. मैंने खुद कश्मीरी पंडितों के पुनर्वास के लिए बिल पेश किया. जिसे बहुत ज्यादा तारीफ मिली थी.

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बीजेपी की हामी होती है, तो बिल जल्द से जल्द पास किया जाएगा. कांग्रेस मेरा परिवार है. ये विश्वास का प्रतीक है. जब मैं कांग्रेस प्रेसिडेंट की घर में घुसता हूं, तो मेरे साथ तीन पीढ़ियां जाती हैं, वो पीढ़ियाँ मुझे देखती है. मैं कांग्रेस का सिपाही हूँ. कांग्रेस को केंद्र और मध्य प्रदेश को मजबूत करना मेरा दायित्व है. उनकी हर लड़ाई में मैं सामने रहूँगा.

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कांग्रेस के राज्यसभा उम्मीदवार विवेक तन्खा ने विधानसभा के रिटर्निंग ऑफिसर के कक्ष में पहुंचे, जहां बड़े नेताओं की मौजूदगी में विवेक तनखा ने नामांकन दाखिल किया. विवेक तन्खा के साथ पूर्व नेता प्रतिपक्ष अरुण यादव, कांतिलाल भूरिया, जीतू पटवारी और कमलेश्वर पटेल समेत कई कांग्रेस नेता शामिल है.

बता दें कि कांग्रेस ने विवेक तन्खा को वापस राज्यसभा भेजने का फैसला किया है. राज्य में राज्यसभा की तीन सीटें खाली हो रही हैं, जिसमें दो सीटें बीजेपी और एक सीट कांग्रेस को मिलेगी. विवेक तन्खा का कार्यकाल 29 जून को समाप्त हो रहा है. कांग्रेस आलाकमान से परामर्श के बाद कमलनाथ ने उन्हें राज्य से एक बार फिर राज्यसभा भेजने का फैसला किया है.

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