पुष्पलेश द्विवेदी, सिंगरौली। जिले के कुंदवार पुलिस चौकी क्षेत्र के बिलवानी गांव में हत्या का सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहां चारित्रिक संदेह को लेकर पहले पति ने पत्नी को मौत के घाट उतार दिया और उसके खुद भी फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने दोनों शव को कब्जे में लेकर पीएम के लिए भिजवाया और मामले की जांच में जुट गई है।
चौकी प्रभारी भीपेन्द्र पाठक के मुताबिक मोहन बैगा पिता लखन लाल उम्र 22 वर्ष निवासी ग्राम बिलवानी ने 29 सितम्बर शाम को चौकी आकर बताया कि उसकी मां गीता बैगा उम्र 40 वर्ष की लाश तिवारी पंडित के खेत के समीप घर के पड़ी है और उसके पिता लखन लाल बैगा उम्र 45 वर्ष पास ही में महुआ के पेड़ में फांसी पर लटका हुआ है। पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों शवों को अपने कब्जे में लेकर जांच पड़ताल शुरू की। महिला गीता बैगा के सीने व चेहरे में धारदार हथियार से वार कर हत्या की गयी थी। वहीं लखनलाल बैगा पिता तेजबली बैगा गमछे से महुआ के पेड़ में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी।
प्रारंभिक पूछताछ के दौरान पता चला कि लखनलाल बैगा 29 सितम्बर की सुबह सूरत से गांव वापस आया था। पत्नी के साथ चरित्र शंका को लेकर किसी धारदार चीज से मारकर हत्या कर दी और वारदात के बाद खुद भी फांसी पर झूल कर अपनी जान दे दी। घटना में सभी पक्षों एवं तथ्यों तथा प्राप्त जानकारियों के अनुसार जांच की जा रही है।
इसी दौरान जानकारी मिली की महिला का संबंध किसी दूसरे व्यक्ति से था। इसकी भनक लखनलाल बैगा को हो गयी थी। उसने इसी के चलते अपनी पत्नी की निर्मम तरीके से हत्या कर दी। मृतिका गीता के चरित्र के बारे में उसके पुत्र को भी जानकारी हो गयी थी, किन्तु उसने अपने पिता से यह बात नहीं बतायी। इसके बावजूद मृतक लखनलाल बैगा को पत्नी के चरित्र पर संदेह हो गया था। इसी वजह से उसने इतना बड़ा खौफनाक कदम उठाते हुए पत्नी को धारदार हथियार से मौत के घाट उतार दिया।
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